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World No Tobacco Day: डायबिटीज रोगियों में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी इन 5 बीमारियों को बढ़ाता है तंबाकू

Tobacco and diabetes: डायबिटीज में तंबाकू का सेवन वैसा ही जैसे आग में घी डालना। दरअसल, ये दोनों मिलकर शरीर में कई गंभीर रोगों का कारण बनते हैं और कई बार स्थिति जानलेवा हो जाती है।

Written by Pallavi Kumari | Updated : May 31, 2022 8:01 AM IST

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डायबिटीज में तंबाकू खाने के नुकसान-How Does Tobacco Affect Diabetes In Hindi

World No Tobacco Day 2022: डायबिटीज खराब लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है जिसमें कि हमारे शरीर शुगर पचाना बंद देता है और इसे सीधे रक्त में प्रवाहित कर देता है। ऐसे में जब आप डायबिटीज में तंबाकू का सेवन करते हैं तो ये एक साथ शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। वो कैसे इसी बारे में जानने के लिए हमने डॉ. शैवल चांडालिया (Dr. Shaival Chandalia), कंसल्टेंट डायबिटोलॉजी, जसलोक हॉस्पिटल से बात की। डॉ. शैवल चांडालिया (Dr. Shaival Chandalia) बताती हैं वैसे तो, हर किसी के लिए तंबाकू का सेवन नुकसानदेह (side effects of tobacco) है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए ये ज्यादा ही नुकसानदेह है। दरअसल, तंबाकू में मौजूद रसायन आपके शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और उनके सामान्य कार्य में हस्तक्षेप कर सकते हैं। यह पूरे शरीर में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे इंसुलिन की प्रभावशीलता कम हो सकती है। इसके अतिरिक्त, जब सिगरेट के धुएं के रसायन शरीर में ऑक्सीजन से मिलते हैं, तो यह प्रक्रिया कोशिका क्षति का कारण भी बन सकती है, जिसे ऑक्सीडेटिव तनाव कहा जाता है। ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन दोनों मिलकर कई रोगों को बुलावा देते हैं। जैसे कि

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1. हाई बीपी की समस्या (tobacco Increases Blood Pressure)

सिगरेट पीने और तंबाकू चबाने से ब्लड प्रेशर में तत्काल बढ़ोतरी होती है। इससे भी बदतर, तंबाकू में रसायन धमनी की दीवारों की परत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे धमनियां संकीर्ण हो जाती हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। यहां तक ​​कि सेकेंड हैंड धुएं से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इस तरह ये आपको हमेशा के लिए हाई बीपी का रोगी बना सकता है जो बाद में दूसरी बीमारियों का कारण बनता है।  Also Read - बॉयफ्रेंड हो या दोस्त, धोखा देने वाले के बिहेवियर में दिखती हैं ये 4 बातें, दिल टूटने से पहले संभाल लें खुद को

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2. ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का खतरा (chewing Tobacco Cause Heart Attack)

सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों में मौजूद निकोटीन आपकी रक्त वाहिकाओं को संकरा कर देता है और इससे आपके दिल की धड़कन तेज हो जाती है। इसके अलावा ये ब्लड वेसेल्स में पट्टिका के गठन को बढ़ाता है। ऐसे में धमनियां धीमे-धीमे और संकुचित हो जाती हैं या थक्कों द्वारा अवरुद्ध हो जाती हैं। ऊपर से सिगरेट के धुएं का रसायन रक्त को गाढ़ा कर देते हैं और नसों और धमनियों के अंदर थक्के बन जाते हैं और यही ब्लॉकेज हार्ट अटैक का कारण बनता है।

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3. ब्रेन डैमेज का कारण बनता है (tobacco Causes Brain Damage)

निकोटीन की लत, मनोदशा संबंधी विकारों का कारण बन सकता है। निकोटीन मस्तिष्क के उन हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकता है जो ध्यान और सीखने को नियंत्रित करते हैं। लेकिन इसका सबसे बड़ा खतरा है ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज। दरअसल,तंबाकू आपका ब्लड प्रेशर बढ़ाता है तो इससे ब्रेन के सेल्स फट सकते हैं या फिर लीकेज हो सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक और डैमेज का कारण बनता है।  Also Read - आयुर्वेदिक औषधि है सरसों का तेल! बीमारियों को करता है दूर; जानिए सर्दियों में सरसों तेल का इस्तेमाल करने का तरीका

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4. पैरों में गैंग्रीन (tobacco Causes Cause Gangrene)

तंबाकू का निकाटीन तंत्रिकाओं को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और डायबिटीज पहले से ही गंभीर तंत्रिका क्षति के लिए जिम्मेदार है, दोनों का संयोजन घातक हो सकता है। मधुमेह से पीड़ित लोगों परिधीय न्यूरोपैथी विकसित होने का खतरा होता है। पेरिफेरल न्यूरोपैथी हाथ और पैरों में सुन्नता, झुनझुनी, दर्द और समन्वय समस्याओं का कारण बनती है। लेकिन लंबे समय तक डायूबिटीज में तंबाकू का सेवन करने से गैंग्रीन का जोखिम बढ़ाता है। ऐसे में बीमारी, चोट या संक्रमण के कारण आपके शरीर के टीशूज मर जाते हैं।

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5. कैंसर का खतरा (tobacco Causes Cancer)

तंबाकू का उपयोग कैंसर और कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण है। डायबिटीज में यह फेफड़ों के कैंसर, मुंह और गले का कैंसर,पेट, गुर्दे, किडनी और मूत्राशय का कारण बन सकता है। इसके अलावा ये ल्यूकेमिया का भी कारण बनता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को तंबाकू के सेवन से बचना चाहिए।  Also Read - 40 साल से कम उम्र के लोगों में बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले, ये 5 कारण बढ़ाते हैं रिस्क