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खड़े होकर पानी पीना पड़ सकता है सेहत पर भारी

Written by Anshumala | Published : June 25, 2018 6:09 PM IST

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तेज गर्मी में लोग जब बाहर से घर पहुंचते हैं, तो सबसे पहले फ्रिज से ठंडा पानी निकालकर एक सांस में खड़े-खड़े पानी की पूरी बोतल गटक जाते हैं। क्या आपको पता है कि आपकी यह आदत आपको कई तरह की शारीरिक परेशानियां दे सकती हैं? जी हां, गर्मी से आकर तुरंत जिस तरह ठंडा पानी पीना खराब होता है ठीक उसी तरह खड़े-खड़े पानी पीना भी ठीक नहीं होता है। खड़े होकर पानी पीने से क्या हो सकते हैं नुकसान, जानिए इस आर्टिकल में-

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खड़े होकर पानी पीने से प्यास पूरी तरह से नहीं बुझती है। कई बार लोग जल्दी-जल्दी में कम पानी पीते हैं, इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। बार-बार आपको प्यास भी लगती रहेगी। प्यास बुझ जाए, इसके लिए आप बैठकर और छोटी सिप लेकर पानी पीएं।  Also Read - इन 5 चीजों से जोड़ों में बढ़ सकती है सूजन की परेशानी, पैरों से लेकर हाथों का कामकाज हो सकता है ठप

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एक शोध के अनुसार, जो लोग खड़े होकर पानी पीते हैं, उनमें अर्थराइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, इंसान के शरीर के जोड़ों में लिक्विड पदार्थ का जमाव होता है। इन लिक्विड पदार्थ के कारण हमारे शरीर के जोड़ अच्छी तरह से काम करते हैं। जब कोई व्यक्ति खड़ा होकर पानी पीता है तो इससे शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बाधित होता है। ऐसे में जोड़ों में तरल पदार्थ की कमी होने लगती है, जिसके कारण गठिया होने की संभावना बढ़ जाती है।

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खड़े होकर पानी पीने से किडनी में से पानी बिना छनकर ही शरीर से बाहर निकल जाता है। इससे किडनी खराब भी हो सकती है। खड़े होकर पानी पीते समय पानी पेट की दीवार (स्टमक वॉल) से होकर आंतों तक पहुंचता है। ऐसे में पेट की दीवार पर पानी का छिड़काव होने से डाइजेस्टिव सिस्टम को नुकसान पहुंचता है। ऐसा करने से स्टमक वॉल और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट दोनों ही प्रभावित होता है। Also Read - बात-बात पर हो जाते हैं दुखी तो कैथार्सिस टेक्निक आएगी आपके काम, जानिए क्या है ये

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खड़े होकर पानी पीने से अल्सर और हार्ट बर्न की समस्या बढ़ जाती है। जिन्हें पहले से ही ये समस्याएं हैं, उन्हें ऐसा करने बचना चाहिए। इससे एसोफेगस नली के निचले हिस्से पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे पेट और एसोफेगस के बीच संयुक्त स्फिंकर पर भी प्रभाव पड़ता है। इससे पेट में एसिड विपरीत दिशा में जाने लगता है, जिससे अल्सर और हार्ट बर्न की शिकायत शुरू हो जाती है।