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World Ovarian Cancer Day 2021: इन 4 हेल्दी आदतों से कम करें ओवेरियन कैंसर होने का खतरा

World Ovarian Cancer Day 2021: 'वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे' 8 मई को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। ओवेरियन कैंसर के लक्षणों का पता शुरुआती स्टेज में ही चल जाए, तो इसका इलाज करना आसान हो जाता है।

Written by Anshumala | Published : May 7, 2021 11:19 PM IST

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'वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे' पर जानें क्या है ओवेरियन कैंसर?

Symptoms of Ovarian cancer in Hindi: 'वर्ल्ड ओवेरियन कैंसर डे' (world ovarian cancer day 2021) 8 मई को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। ओवेरी में कैंसर (यूटरस कैंसर) होने पर ओवरी में सिस्ट बनने लगता है। ब्रेस्ट कैंसर के बाद ओवेरियन कैंसर भी महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है, यदि इसका इलाज समय पर ना करवाएं। एक अध्ययन के अनुसार, भारत में महिलाओं में होने वाले कैंसर में ओवेरियन कैंसर तीसरा मुख्य कैंसर है, जिससे महिलाएं ग्रस्त होती हैं। ओवेरियन कैंसर से महिलाओं को गर्भधारण करने में भी समस्‍या होने लगती है। ओवरी कैंसर (Ovary cancer symptoms) के लक्षणों का पता शुरुआती लेवल में ही चल जाए, तो इसका इलाज करके मरीज ठीक हो सकता है। ओवरी में हुए किसी भी तरह के सिस्ट, अल्सर को नजरअंदाज करने से वह ट्यूमर का रूप ले लेता है। ओवरी को अंडाशय कहते हैं, जो गर्भ धारण करने में बहुत महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है। ओवरी में ही अंडों का निर्माण होता है और इसी में पुरुषों का स्‍पर्म मिलकर अंडों को फर्टिलाइज करते हैं। महिलाओं में पाए जाने वाले मुख्य प्रजनन हार्मोन एस्‍ट्रोजन, प्रोजेस्‍टरॉन का भी निर्माण यहीं होता है। आमतौर पर ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer in hindi) का पता थर्ड या फोर्थ स्टेज में ही चलता है, जो खतरनाक हो सकता है। ऐसे में आपको पेट के निचले हिस्से में किसी भी तरह की तकलीफ (Symptoms of Ovarian cancer in hindi) या दर्द, सूजन, पीरियड्स में समस्या, शारीरिक संबंध बनाने में तकलीफ या दर्द महसूस हो, तो इन बातों को नजरअंदाज ना करें और डॉक्टर से जरूर मिलें। ओवेरियन कैंसर से बचने के लिए आप इन बातों को लाइफस्टाइल में जरूर शामिल करें (tips to reduce ovarian cancer risk)....

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ओवेरियन कैंसर के लक्षण (Symptoms Of Ovarian Cancer In Hindi)

शुरुआत में ओेवेरियन कैंसर के लक्षणों को जान पाना मुश्किल होता है। कुछ महिलाओं में तो थर्ड या एडवांस स्टेज में भी इसके लक्षणों का पता नहीं चल पाता है। हालांकि, पेट में सूजन, पेट में दर्द, वजन कम होना या बढ़ना, थकान, पीठ व कमर में दर्द, बार-बार पेशाब जाने का मन करना, पेट से संबंधित समस्याएं, कब्ज, शारीरिक संबंध बनाने के समय दर्द होना, इर्रेगुलर पीरियड्स, गर्भधारण में समस्या, पेल्विक पेन, वेजाइनल ब्लीडिंग आदि की समस्या नजर आए, तो डॉक्टर से संपर्क करें।  Also Read - हाथों की लटकती चर्बी को कम करने के लिए रोज करें ये 3 योगासन, कुछ ही दिनों में दिखेगा असर

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ओवेरियन कैंसर जोखिम को कम करने के उपाय

महिलाओं में बहुद ज्यादा वजन या हद से ज्यादा वजन कम होने से भी ओवेरियन कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, इस पर अभी शोध होने बाकी हैं कि क्या वाकई ओवेरियन कैंसर होने के लिए अधिक वजन होना एक कारण है। वैसे वजन को कंट्रोल रखना आपके संपूर्ण सेहत को दुरुस्त रखने और कई रोगों से बचाव के लिए भी जरूरी है।

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एक्सरसाइज, योग कम करे यूटरस कैंसर का जोखिम

यदि आप सारा दिन बैठकर काम करती रहती हैं, तो यह आपकी सेहत और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के लिए ठीक नहीं है। आप खुद को शारीरिक रूप से जितना सक्रिय रखेंगी, उतनी ही स्वस्थ रहेंगी। आप सप्ताह में कम से कम तीन दिन टहलें, जॉगिंग करें। जिम नहीं जा पाती हैं, तो घर पर ही 30 मिनट योग, एक्सरसाइज करें। स्विमिंग करें, रस्सी कूदें। ये कुछ ऐसी शारीरिक गतिविधियां हैं, जो आपको लंबी उम्र तक सेहतमंद रखते हैं।  Also Read - इन 5 चीजों से जोड़ों में बढ़ सकती है सूजन की परेशानी, पैरों से लेकर हाथों का कामकाज हो सकता है ठप

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डाइट में करें पौष्टिक और हेल्दी चीजों को शामिल (Diet To Avoid Ovarian Cancer Risk)

किसी भी बीमारी के होने का एक कारण होता है गलत खानपान। फिर चाहे वजन बढ़े, डायबिटीज हो, लिवर, दिल, किडनी से संबंधित रोग हों। यहां तक कि उल्टा-सीधा हर दिन खाने से प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है। पीरियड्स इर्रेगुलर होते हैं। ओवरी कैंसर के रिस्क को कम करने के लिए आप जंक फूड से दूरी बनाएं और हेल्दी, पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें। फल, हरी सब्जियां, दाल, साबुत अनाज, अंडा, दूध, दही, पनीर, नट्स, बीन्स आदि चीजों का सेवन करें।