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महिलाओं को हर साल करवाने चाहिए ये 5 मेडिकल टेस्ट, कई बड़ी बीमारियों का समय पर लग सकता है पता

कुछ बीमारियों का रिस्क महिलाओं में अधिक होता है। रेग्यूलर हेल्थ चेकअप कराने से ये बीमारियां आसानी से पकड़ में आ सकती हैंं।

Written by Sadhna Tiwari | Updated : April 28, 2023 5:48 PM IST

महिलाओं के लिए जरूरी हैं ये टेस्ट

Annual Health Tests For Women: गम्भीर बीमारियों से बचने और स्वस्थ रहने के लिए लोगों को जहां अपने खान-पान और लाइफस्टाइल पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है वहीं, रेग्यूलर हेल्थ चेकअप कराना भी महत्वपूर्ण है। इसी तरह महिलाओं में कुछ बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं का रिस्क भी अधिक होता है इसीलिए, उन्हें कुछ विशेष हेल्थ चेकअप्स जरूर कराने चाहिए। कुछ-कुछ समय के बाद इन टेस्ट्स को कराते रहने से शरीर के भीतर हो रहे बदलावों को समझने और किसी बीमारी की आशंका या उसके लक्षणों को पहचान पाने में भी मदद होती है। यहां पढ़ें ऐसी ही मेडिकल चेकअप्स के बारे में जो हर महिला को साल में एक बार जरूर करना चाहिए। (Annual Health Tests For Women In Hindi)

थायरॉइड प्रोफाइल टेस्ट

थायरॉइड ग्लैंड से जुड़ी गड़बड़ियों का पता लगाने के लिए थायरॉइड प्रोफाइल टेस्ट कराया जाता है। महिलाओं में थायरॉइड का रिस्क अधिक होता है जो मोटापा और फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं बढ़ा सकता है। इनका पता लगाने के लिए थायरॉइड टेस्ट जरूर कराएं  Also Read - मोमबत्तियों से निकलने वाला धुआं डैमेज कर सकता है आपके फेफड़े, अस्थमा रोगी घर में बरतें ये जरूरी सावधानी

ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग

महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने और ब्रेस्ट कैंसर की वजह से मृत्यु का रिस्क ब्रेस्ट कैंसर के प्रति महिलाओं को बहुत सावधान रहना चाहिए। आप डॉक्टर से मैन्युअल स्क्रीनिंग करवा सकते हैं, जिसमें वह खुद ही इस बीमारी के लक्षणों की जांच करते हैं। वहीं, अधिक खतरा वर्ग में आने वाली महिलाओं को मैमोग्राफी करवाने की सलाह दी जाती है।

CBC टेस्ट

इसे कंप्लीट ब्लड सेल्स टेस्ट के नाम से जाना जाता है। इस टेस्ट में रक्त में लाल कणिकाओं, सफेद कणिकाओं, हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स, प्लाज़्मा आदि का लेवल तय किया जाता है।  Also Read - घर पर बुजुर्गों की देखभाल कैसे करें, जानिए क्यों जरूरी है उनकी सही देखभाल

विटामिन B12 टेस्ट

जैसा कि विटामिन बी 12 की कमी महिलाओं में अधिक देखी जाती है और यह स्वास्थ्य के लिए घातक भी होती है। नर्वस सिस्टम और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन बी12 की सही मात्रा बहुत आवश्यक है। इसकी कमी होने पर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का रिस्क भी बढ़ जाता है। उन सभी समस्याओं से बचने के लिए विटामिन बी12 के लेवल की जांच जरूर करवानी चाहिए। इसी तरह विटामिन डी लेवल की भी जांच हर 6 या 12 महीने में एक बार जरूर कराएं।