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शरीर में ये 5 बदलाव बताते हैं हफ्ते भीतर डैमेज हो सकती है आपकी किडनी, गलती से भी इग्नोर न करें ये लक्षण

Early sign of kidney: किडनी को स्वस्थ रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने के साथ-साथ शरीर में होने वाली कुछ बदलावों व लक्षणों पर नजर रखना भी जरूरी है, क्योंकि ये किडनी खराब होने का संकेत दे सकते हैं।

Written by Mukesh Sharma | Published : September 26, 2023 5:20 PM IST

खराब किडनी से शरीर में बदलाव (Kidney Disease Signs In The Body)

Change in the body that indicate kidney related problems in hindi: किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है और इसलिए इसे हेल्दी रखना भी बहुत ज्यादा जरूरी है। किडनी से जुड़ी किसी समस्या के कारण जब हमारे गुर्दे ठीक से काम करना बंद कर देते हैं, तो इसका असर हमारे पूरे शरीर पर ही पड़ता है। इसलिए हेल्दी रखने के लिए हेल्दी डाइट और सही लाइफस्टाइल का होना बहुत ज्यादा जरूरी है। लेकिन कई बार इसके बावजूद भी स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती हैं और इसलिए किडनी से जुड़े लक्षणों की पहचान करना बहुत ज्यादा जरूरी माना जाता है। किडनी से जुड़ी बीमारियों को गंभीर होने से रोकने के लिए इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान करना बहुत जरूरी है। इस लेख में जानें शरीर में होने वाले कुछ ऐसे बदलाव जो किडनी खराब होने का संकेत हो सकते हैं।

1. पैर व टखनों में सूजन (Ankle And Feet Swelling In Kidney Disease)

पैर व टखनों में सूजन कई अलग-अलग बीमारियों का संकेत हो सकता है और इनमें ज्यादातर गंभीर बीमारियां ही शामिल हैं। किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण भी पैरों व टखनों में सूजन आने लग सकती है, क्योंकि किडनी के ठीक से काम न कर पाने के कारण शरीर में सोडियम जमा होने लगता है। Also Read - इन 5 लोगों को नहीं खाना चाहिए अंडा, सर्दियों में जमकर Eggs खाने वाले लोग पहले जरूर पढ़ें ये खबर

2. ड्राई स्किन प्रॉब्लम (Dry Skin In Kidney Disease)

जब किडनी सामान्य रूप से काम करना बंद कर दे तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। ये विषाक्त पदार्थ जमा होने के कारण स्किन में भी कई बदलाव आने लग जाते हैं और साथ ही ड्राई स्किन जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। हालांकि, ड्राई स्किन अन्य कई समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।

3. सांस फूलना (Shortness Of Breath In Kidney Disease)

जब किडनी ठीक से काम करना बंद कर दें तो शरीर के कई हिस्सों में पानी जमा होने लग जाता है और इनमें फेफड़े भी शामिल हैं। फेफड़ों के आसपास पानी जमा हो जाने के कारण फेफड़े पूरी तरह से फैल नहीं पाते हैं या विस्तृत नहीं हो पाते हैं और इस कारण से सांस फूलने की समस्याएं होने लगती हैं। Also Read - Constipation से परेशान अब घंटों टॉयलेट में बैठकर न करें टाइम बर्बाद, इन खास सलाद से मिलेगा कब्ज से छुटकारा

4. नींद न आना (Sleep Problems In Kidney Disease)

यदि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं तो अनिद्रा की समस्याएं होने लग सकती है। ऐसा आमतौर पर इसलिए होता है, क्योंकि जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पा रही होती हैं, तो शरीर में तनाव बढ़ जाता है जिसका सीधा असर नींद व उसकी गुणवत्ता पर ही पड़ता है।

5. जी मिचलाना (Nausea In Kidney Disease)

किडनी से जुड़ी बीमारियों का शुरुआती संकेत जी मिचलाना भी हो सकता है। गुर्दे से जुड़ी समस्याएं होने पर ठीक से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं जा पाते हैं और इस कारण से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं। यह स्थिति ज्यादा गंभीर होने पर जी मिचलाना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। Also Read - गुच्‍छे में झड़ रहे हैं बाल? एलोवेरा में मिलाकर लगा लें ये 2 चीजें, कुछ ही दिनों में घुटनों तक हो जाएंगे हेयर