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एक समय था जब लड़कियों के पहले पीरियड्स टीनएज यानि 13-14 साल की उम्र के बाद होते थे। कभी-कभार कुछ लड़कियों के पीरियड देर से शुरु होते थे जिसमें समय-समय पर अलग-अलग बदलाव होते थे। लेकिन बदलते समय, जीवनशैली, खाने की आदतों, और कई नैचुरल कारणों की वजह से अब लड़कियों के पीरियड बहुत कम उम्र में शुरु होते हैं। इन दिनों यह आम तौर पर देखा जाता है कि 8-9 साल की उम्र में ही लड़कियों के पीरियड शुरु हो सकते हैं। यह माता-पिता के बीच काफी चिंता पैदा करता है तो आगे बढ़कर यह लड़कियों की सेहत को कई तरीके से नुकसान पहुंचाता है। इसके बारे में ज़्यादा जानने के लिए हमने बात कीवर्ल्ड ऑफ वुमन, वाशी, नवी मुंबई की गायनकोलॉजिस्ट और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. बंदिता सिन्हा से। ये रहे बातचीत के कुछ अंश:
बच्चियों को कम उम्र में पीरियड्स क्यों शुरु होते हैं?
अब लड़कियों में पहले मेंस्ट्रुएशन की शुरुआत की उम्र टीनएज से 8-9 साल तक आ गई है। बहुत सी चीज़ें हैं जो इसका कारण बनती हैं- बचपन की बीमारी, तेज़ी से वजन में बदलने, तनाव जैसी सभी चीज़ें दिमाग के उस हिस्से को प्रभावित करते हैं जो पीरियड्स को नियंत्रित करते हैं जो पीरियड्स की शुरुआत कराता है। यह वह उम्र है जहां बचपन से यौवन तक लगातार परिवर्तन होते रहते हैं; इसमें शारीरिक और मानसिक बदलाव भी शामिल हैं। इस दौरान लड़कियां बहुत ज़्यादा कठिनाइयों का सामना करती हैं, क्योंकि उनका मूड बार-बार बदलता रहता है।
शुरुआती सालों में लड़कियों को क्या समस्याएं होती हैं?
आपको यह समझना चाहिए कि मेंस्ट्रुएशन के पहले 2 वर्षों में किसी तरह के बदलाव दिखाई पड़ सकते हैं। पीरियड्स की जल्द शुरुआत करानेवाले कारण इन समस्याओं की भी वजह बनते हैं जो मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं। जबकि कुछ लड़कियों के पीरियड्स हर महीने निश्चित समय पर आते हैं तो कुछ के अलग-अलग समय पर। दबाव या तनाव की वजह से कभी-कभी कुछ लड़कियों के पीरियड्स देर से या महीने में 2 बार भी आ सकते हैं।
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अनुवादक: Sadhana Tiwari
चित्र स्रोत: Shutterstock, Getty Images.