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जब बच्चा सीख जाए चोरी और झूठ बोलना, तो करें ये उपाय

जब बच्चा सीख जाए चोरी और झूठ बोलना, तो करें ये उपाय

क्या आपका बच्चा चोरी करने लगा है? जानें बच्चे की इस ख़राब आदत को कैसे ठीक कर सकते हैं।

Written by Editorial Team |Published : May 8, 2017 5:18 PM IST

किसी दिन जब आपका बच्चा अपने साथ खेलनेवाले किसी बच्चे का खिलौना घर ले आए, और यहीं से समस्या शुरु होती है। बच्चे चोरी का अर्थ नहीं समझते और ना ही यह कि वह कितना ग़लत काम है। उनके लिए यह एक साधारण बात है, ठीक अपनी पसंद की चीज ले लेने जैसी। ‘आमतौर पर बच्चे खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाते, जो उन्हें सिखाना पड़ता है।,’ यह कहना है चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट शुची दलवी का जिनके अनुसार, ‘अगर आपका बच्चा चोरी करना शुरु कर दे, या अगर वह अपने किसी दोस्त का खिलौना घर लाने जैसी मासूम हरकतें करता है, तो आप इसी छोटी आदत को बदलना चाहेंगे, और इससे जुड़े वह झूठ भी आप रोकना चाहेंगी जो वह अक्सर बोलता रहता है।’ ये रहे कुछ ऐसे ही तरीके जिनकी मदद से आप उसकी चोरी की आदत बदल सकेंगी।

• खुद पर काबू रखना सिखाएं- जैसा कि हमने पहले ही कहा बच्चों को खुद पर कंट्रोल रखने में परेशानी होती है और अक्सर इसकी वजह माता-पिता ही होते हैं। हम अपने बच्चों को हर तरह के खिलौनों और दुनियाभर में मिलनेवाली चॉकलेट्स, टॉफीज़ और स्कूल एसेसरीज़ खरीदकर देते रहते हैं। बच्चे की हर मांग पूरी करना ठीक नहीं है। हम अपने बच्चों किसी चीज़ का चयन करने या कुछ पाने के लिए कुछ करने की सीख नहीं देते हैं। खिलौनौं की दुकान में कोई एक खिलौना, सप्ताहभर में कोई एक कैंडी, जैसी शर्तें उनके सामने रखें। इस तरह उन्हें खुद पर काबू रखना आएगा।

• मूल्यों और नैतिकता को ज़िंदगी में जगह दें- अगर आपने खुद के व्यवहार से ईमानदारी और अच्छे व्यवहार का एक उदाहरण पेश किया, तो आपको अपने बच्चों को भी ये मूल्य सिखाना मुश्किल नहीं होगा। कोई ग़लती करने पर उन्हें शर्मिंदा करने की बजाय, जब कुछ अच्छा काम करने पर उनकी तारीफ करें, और बताएं कि उन्हें सकारात्मक व्यवहार क्यों करना चाहिए। जब पहली बार आपका बच्चा किसी से कोई खिलौना छिनता है, तो उसे बताए कि क्यों एक-दूसरे को अपनी चीज़ें देना अच्छी बात है लेकिन छिन लेना ग़लत। याद रखें, बचपन में सीखायी अच्छी बातें ज़िंदगीभर काम आते हैं।

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• उनपर भरोसा करें- अगर आपके बच्चे को चोरी की आदत पड़ गयी है, तो उसे बताएं कि हर बार जब वे ऐसा कुछ करते हैं, तो लोगों का विश्वास उनमें से कम हो जाता है। कोई ऐसा खेल खेलें, जहां वे अपनी इस आदत को छोड़ने के बदले सम्मान और भरोसा जीतता है। आप बच्चे से कहते हैं कि चोरी गंदी बात है, लेकिन कई बार इतने भर से बात नहीं बनती। आप को इस समस्या से निपटने और बच्चे को समझाने के लिए ऐसे तरीके अपनाने होंगे जिनकी तरफ बच्चे का भी ध्यान आकर्षित हो।

• उनके तरीके पर ध्यान दें- क्या बच्चे की चोरी की आदत का स्कूल या घर में किसी घटना से कुछ लेना-देना है? अगर आपको कोई कारण और चोरी का विशेष तरीका या पैटर्न दिखायी पड़े तो बेहतर है कि आप किसी विशेषज्ञ से बात करें, जो आपके बच्चे की मदद कर सकें। ऐसे मामलों में अपने बच्चे को फटकार लगाने से कुछ फायदा नहीं होगा।

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अनुवादक-Sadhana Tiwari

चित्र स्रोत- Shutterstock.