अगर बच्चे भी बड़ों की तरह बर्ताव करने लगे समझदारी से फैलते लें और कब क्या करना है व क्या बोलना है आदि की चीजों की समझ हो तो शायद उन्हें कोई नटखट या नादान नहीं कहेगा! हम आमतौर पर सुनते हैं कि घर के बड़े कभी-कभी हंसी मजाक में या सीरियस होकर भी बच्चों को 'शैतान' कहते हैं। 'शैतान' शब्द बच्चों को इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह शैतानी करते हैं। इसलिए पेरेंट्स को भी बच्चों की हरकतों को उसी तरह से लेना चाहिए। अगर बच्चों की गलतियों पर आप उन्हें डांटते हैं चिल्लाते हैं या मारते हैं तो