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हर रिश्ता वक्त के साथ बदल जाता है पर भाई-बहन का रिश्ता ऐसा है जो वक्त बीतने के साथ ही और भी गहरा हो जाता है। उम्र बढ़ने के साथ तो इसकी मजबूती और बढ़ती जाती है। एक-दूसरे से लड़ना, झगड़ना और फिर भी एक सुर हो जाना है इस रिश्ते की खासियत। जानें आखिर क्यों भाई-बहन होते हैं एक दूसरे के लिए इतने खास।
केयरिंग होते हैं भाई
भाई बड़ा हो या छोटा, वह हमेशा बहनों के लिए बहुत केयरिंग होता है। यह केयर भी बाकी रिश्तों से कुछ अलग होती है। जो दिखती तो नहीं है, पर होती है बहुत डीप। अब तो भाई और बहन की बॉन्डिंग इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि वे एक-दूसरे को फिटनेस टिप्स भी देते हैं।
बड़ रही है शेयरिंग
माता-पिता के व्यस्त होने की वजह से भाई और बहन के बीच शेयरिंग बहुत बड़ गई है। यूं कहिए कि पूरा परिवार जब अपने – अपने काम में बिजी होता है, तो यही दोनों एक दूसरे के साथ शेयर करते हैं अपना क्वालिटी टाइम। टीनएज और युवावस्था में यह शेयरिंग और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
बहनें रोकती हैं गलती करने से
भाई जहां बहनों के लिए केयरिंग होते हैं, वहीं बहनें भी अपने भाइयों का कम ख्याल नहीं रखती। बल्कि नासमझी में कभी भाई अगर गलती कर बैठें तो बहनें ही चुपचाप बिना किसी को बताए उस गलती को सुधारने में भी सपोर्ट करती हैं।
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मनी नहीं करता मैटर
यह अकेला रिश्ता है, जहां पैसा बिल्कुल भी मैटर नहीं करता। लड़कियां हो या लड़के सभी पैसों की खूब परवाह करते हैं। पर बात जब भाई या बहन के लिए कुछ खरीदने या इकनॉमिकली सपोर्ट की हो तो दोनों ही पैसों की बिल्कुल परवाह नहीं करते।
एक-दूसरे के सपोर्टर
भाई और बहन एक-दूसरे से खूब झगड़ते हैं पर बात जब किसी दूसरे के सामने उनकी डिग्निटी की हो, तो वे दोनों ही एक दूसरे के सबसे स्ट्रांग सपोर्टर बन जाते हैं। खास बात यह कि छोटी उम्र की बहनें और भाई भी एक-दूसरे को सपोर्ट करने की कला बिना सिखाए ही सीख जाते हैं।
चित्रस्रोत: Shutterstock.