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सोते समय बच्चों को कहानियां पढ़कर सुनाने से होते हैं ये 4 फायदे

सोते समय बच्चों को कहानियां पढ़कर सुनाने से होते हैं ये 4 फायदे
सोते समय बच्चों को कहानियां पढ़कर सुनाने से होते हैं ये 4 फायदे।

रात को बच्चों को सुलाते समय नैतिकता भरी कहानियों को पढ़कर सुनाएं, इससे उनमें नैतिक मूल्यों का विकास होगा। चलिए जानते हैं बच्चों को सोते समय कहानियां सुनाने के फायदे-

Written by Kishori Mishra |Published : July 11, 2020 3:51 PM IST

Story Reading Benefits : बच्चों को संभालना कोई आसान काम नहीं होता। उन्हें संभालने के लिए खुद भी बच्चा बनना पड़ता है। इसका मतलब यह है कि आपको उनकी भाषा में ही उन्हें सारी बातों को समझाना होता है। जैसे-नाटक, मस्ती, मजाक करके आपको उनसे वो काम करवाना होता है, जो आप चाहते हैं। छोटे बच्चों को सुलाना बहुत ही कठिन कार्य है। नए मां-बाप ये भली-भांति समझ सकते हैं कि रातभर जब बच्चा सोता है, तो उन्हें कितनी (Story Reading Benefits) राहत मिलती है।

बच्चे जैसे-जैसे बढ़ते हैं, वे अधिक सक्रिय हो जाते हैं। वे भले ही रात को आपको ना जगाएं, लेकिन बच्चे रातभर अपनी गतिविधियों को बरकरार रखेंगे। ऐसे में सिर्फ एक चीज है, जो उन्हें अच्छी नींद दिलाने में मदद कर सकती है और वो है सोते समय कहानी सुनाना। अगर आप उन्हें रात को सोते समय कहानियां पढ़कर सुनाते हैं, तो उन्हें बहुत ही अच्छी नींद आती है। सोते समय कहानियां सुनाने से ना सिर्फ अच्छी नींद आती है, बल्कि यह एक बहुत ही अच्छा नुस्खा भी है, जो बच्चों को स्वस्थ रखने में आपकी मदद करता है। इससे आपके बच्चे होशियार और तेज  (Story Reading Benefits) बनेंगे। रात को उन्हें सुलाते समय नैतिकता से भरी कहानियों को पढ़कर सुनाएं। इससे उनमें नैतिक मूल्यों का विकास होगा। चलिए जानते हैं सोते समय कहानियां सुनाने के फायदे-

संज्ञानात्मक विकास

बढ़ते वर्षों में शिशु का शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता रहता है। कहानियां सुनने से उनके अंदर ज्ञान प्रदान करने की क्षमता बढ़ती है। भाषा को समझने के लिए बच्चे आपके भावों और होंठों की गतिविधियों को काफी उत्सुकता से देखते हैं। यह उनके संज्ञानात्मक कार्यों को बढ़ावा देता है।

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कम्युनिकेशन स्किल में बढ़ावा

कहानियां पढ़ने और सुनने से बच्चों की कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होती है। अगर आप उनसे प्रश्न पूछते हैं या फिर उन्हें प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित करते हैं, तो उनके अंदर बोल्ड होने की क्षमता विकसित होती है, जो स्कूली शिक्षा शुरू करते समय उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।

पढ़ने की अच्छी आदत

अगर आप अपने बच्चों को शुरू से ही पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, तो उनमें पढ़ने की आदत का विकास होगा।

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पढ़ना एक बहुत अच्छी आदत है और यदि आप अपने बच्चे को शुरू से ही सही पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, तो वह इस आदत को बनाए रखेगा। यह न केवल ज्ञान को बढ़ाता है, बल्कि सोच को भी खोलता है और सीखने की क्षमता को बढ़ाता है। मज़ेदार कार्टून किताबों से शुरू करें और फिर एक आसान सीखने वाली किताबों पर जाएँ।

सामाजिक और भावनात्मक विकास

बच्चे हमेशा नई चीजों को जल्दी देखते और सिखते हैं। उनमें नई चीजों को ग्रहण करने की उत्सुकता रहती हैं। बच्चे चित्रों को बहुत ही जल्दी याद करते और पकड़ते हैं।

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