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World Environment Day 2020 : पर्यावरण दूषित होने से होती हैं कई गंभीर बीमारियां

World Environment Day 2020 : पर्यावरण दूषित होने से होती हैं कई गंभीर बीमारियां
World Environment Day 2020 : पर्यावरण दूषित होने से होती हैं कई गंभीर बीमारियां

पर्यावरण (World Environment Day 2020) के बिगड़ते हालात से मानव जाति पर भी इसका असर पड़ता है। पर्यावरण संतुलन का सेहत और विश्व दोनों पर ही नकारात्मक असर पड़ता है। आइए जानते हैं पर्यावरण दूषित होने से स्वास्थ्य पर क्या पड़ता है असर-

Written by Kishori Mishra |Updated : June 4, 2020 10:55 AM IST

World Environment Day 2020 : हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस  (World Environment Day 2020) मनाया जाता है। इस दिन स्कूल-कॉलेज, सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में काफी बड़े स्तर पर पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़-पौधे लगाए जाते हैं। इसके साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर के बारे में लोगों में जागरुकता फैलाई जाती है। पर्यावरण के बिगड़ते हालात से मानव जाति पर भी इसका असर पड़ता है। पर्यावरण संतुलन का सेहत और पर्यावरण, दोनों पर ही नकारात्मक असर पड़ता है। आइए जानते हैं पर्यावरण दूषित होने से स्वास्थ्य पर क्या पड़ता है असर-

पर्यावरण दूषित होने से फैलती हैं बीमारियां

पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण (World Environment Day 2020) के कारण लोग कैंसर, मलेरिया, पेट संबंधित बीमारी और सांस लेने की समस्याएं जैसी गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, वातावरण में फैल रहे प्रदूषण के कारण समूची मानव जाति प्रभावित हो रही है। अगर पर्यावरण को दूषित होने से नहीं रोका गया, तो यह संपूर्ण मानव जाति के लिए खतरनाक हो सकती है। वायु और जल प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा बीमारियां फैलती हैं।

जल प्रदूषण सेहत के लिए खतरनाक

जल पर्यावरण का अभिन्न अंग होता है। प्रदूषित पानी पीने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। WHO द्वारा साफ पानी के लिए एक मानक तैयार किए हैं, इसके अनुसार 100 से 150 स्तर के टीडीएस वाला पानी साफ होता है। घर में आरओ (रिवर्स ऑसमोसिस) या यूवी सिस्टम से आप पानी की जांच कर सकते हैं। कई बार मिनरल वॉटर या सप्‍लाई किया हुआ पानी भी पूरी तरह से शुद्ध नहीं होता है। इसमें शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले जीवाणु गियार्डिया (Giardia) होते हैं। अक्सर, कंपनियां पानी साफ करने के लिए नदियों, नालों, भूमिगत स्रोतों आदि से पानी लाते हैं। इस पानी को साफ करने के लिए कोएगुलेंट (Coagulants) केमिकल का यूज होता है। यह केमिकल पानी में मौजूद गंदगी को साफ तो कर देता है, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।

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वायु प्रदूषण से बढ़ रही हैं सांस की बीमारियां

दिन-ब-दिन वायु काफी दूषित हो रही है। इसके कई कारण हैं। एक स्वस्थ जीवन के लिए साफ हवा में सांस लेना बहुत ही जरूरी होता है।  बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण हम हर दिन दूषित वायु में सांस ले रहे हैं, जो हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा रही है। आसपास की हवा पूरी तरह से प्रदूषित है, जो सांस संबंधित बीमारियां जैसे अस्‍थमा आदि के होने की संभावना बढ़ रही है। हवा में मौजूद कार्बन मोनोऑक्‍साइड जहर की तरह हैं। ऐसे में हमें यही कोशिश करनी चाहिए कि घर से बाहर निकलते समय अच्‍छी गुणवत्‍ता वाला मास्‍क जरूर पहनें।

वातावरण में फैलती गंदगी से फैल रही हैं बीमारियां

आसपास जमा गंदगी और कूड़े के कारण वातावरण हमारे लिए जानेलवा हो सकता है। वर्तमान में सबसे ज्‍यादा प्रयोग किया जाने वाला प्‍लास्टिक बहुत हानिकारक है। कई शोधों में यह बात साबित हुई कि अगर हमारे आसपास का माहौल प्रदूषण युक्‍त है तो इसके कारण कई बीमारियां होती हैं। गर्भवती महिला से उसके बच्‍चे पर भी इस प्रदूषण का असर होता है।

शरीर को स्‍वस्‍थ और ऊर्जावान रखने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है लेकिन अगर आप गंदे माहौल में पौष्टिक आहार का सेवन कर रहे हैं तो यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा असर डालता है। ऐसे में खानपान के मामले में सफाई का विशेष ध्‍यान रखें। स्‍वस्‍थ आहार का सेवन करके आप कैंसर, डायबिटीज, कॉर्डियोवैस्‍कुलर बीमारियों से बच सकते हैं।

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