हर साल 21 अप्रैल को संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ की ओर से रचना रचनात्‍मकता एवं नवाचार को समर्पित किया गया है। इस दिवस का उद्देश्‍य विश्‍व भर में रचनात्‍मकता की संसकृति को बनाए रखना है। विश्‍व समुदाय का मानना है कि रचनात्‍मकता ही विश्‍व की सबसे अनमोल निधि है। जिसके सहारे हम अपनी सतत विकास की रफ्तार को बनाए रख सकते हैं। हिंसा और वैमनस्‍य के दौर में रचनात्‍मकता ही है जो विश्‍व को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे सकती है। इस रचनात्‍मकता की शुरूआत घर से ही होती है। होनी भी चाहिए। मिट्टी रंग कपड़ा कागज पेड़ …. वह