Swine Flu Case in India : भारत में पिछले कुछ दिनों से इन्फ्लूएंजा ए सब-वेरिएंट H3N2 वायरस का प्रकोप जारी है। इस बीच देश भर में स्वाइन फ्लू या H1N1 वायरस के मामले तेजी से बढ़ते देखने को मिल रहे हैं, जो काफी चिंता का विषय बना हुआ है। मार्च तक में दिल्ली जैसे शहरों में इस बीमारी के व्यापक मामले सामने आ रहे हैं। स्वाइन फ्लू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अब लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने का सुझाव दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश भर में स्वाइन फ्लू (एच1एन1) वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने लोगों से सतर्क रहने का अनुरोध किया है। केंद्र सरकार ने लोगों से अनुरोध किया है कि बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करना, हाथों को हमेशा साफ रखें, साथ ही साल में एक बार फ्लू का टीका जरूर लगवाएं। इससे काफी हद तक फ्लू के खतरों से बचाव किया जा सकता है।
H3N2 और H1N1 दोनों अलग-अलग तरह के इन्फ्लूएंजा वायरस हैं, जिन्हें आमतौर पर फ्लू के रूप में भी जाना जाता है। 9 मार्च तक सभी राज्यों द्वारा H3N2 सहित इन्फ्लूएंजा के कुल 3,038 मामलों की पुष्टि की गई है। इसमें जनवरी में 1,245 मामले, फरवरी में 1,307 और 9 मार्च तक 486 मामले शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार फरवरी तक एच1एन1 संक्रमण के कुल 955 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें सबसे ज्यादा मामले तमिलनाडु (545), महाराष्ट्र (170), गुजरात (74), केरल (72) और पंजाब (28) में दर्ज किए गए।
रोग निवारण और नियंत्रण केंद्रों के अनुसार, स्वाइन इन्फ्लुएंजा टाइप-ए इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण सूअरों का श्वसन रोग है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि H3N2 और H1N1 दोनों संक्रमणों में कोविड -19 के समान लक्षण नजर आते हैं, जो दुनियाभर के लाखों लोगों को संक्रमित कर चुके हैं। साथ ही कोविड के कारण करीब 6.8 मिलियन लोगों की मौक हो चुकी है। यह महामारी दो साल से अधिक समय से लोगों को प्रभाविक रर रही है। इस बीत बढ़ते फ्लू के मामलों ने लोगों की चिंता अधिक बढ़ा दी है।
H1N1 वायरस की वजह से होने वाले फ्लू के लक्षण अन्य वेरिएंट के फ्लू के समान ही होता है, जैसे-
भारत में स्वाइन फ्लू के मामले काफी ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आपको सतर्क रहने की जरूरत है। अगर आपको या फिर आपके परिवार में किसी को भी स्वाइन फ्लू के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके।
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