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सुप्रीम कोर्ट का आदेश- फ्री में हो कोरोना टेस्ट, जानें कैसे की जाती है कोविड 19 की टेस्टिंग

सुप्रीम कोर्ट का आदेश- फ्री में हो कोरोना टेस्ट, जानें कैसे की जाती है कोविड 19 की टेस्टिंग
सुप्रीम कोर्ट का आदेश, फ्री में हो कोरोना टेस्ट

बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि मान्यता प्राप्त सभी सरकारी और प्राइवेट लैब्स में कोविड-19 का टेस्ट(Coronavirus Test) मुफ्त हो। उच्च न्यायलय (Supreme Court) के आदेश के बाद केंद्र सरकार जल्द ही इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर सकती है।

Written by Kishori Mishra |Updated : April 9, 2020 3:38 PM IST

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जाती है। भारत में भी कोरोना कोहराम मचा रहा है।  कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि मान्यता प्राप्त सभी सरकारी और प्राइवेट लैब्स में कोविड-19 का टेस्ट(Coronavirus Test) मुफ्त हो। उच्च न्यायलय (Supreme Court) के आदेश के बाद केंद्र सरकार जल्द ही इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर सकती है।

सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), आईसीएमआर (ICMR) से मंजूरी प्राप्त लैब में या एनएबीएल से मान्यता प्राप्त लैब में ही कोरोना वायरस (Coronavirus Test) का टेस्ट होगा। बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर दो सप्ताह बाद फिर सुनवाई होगी।

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हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया था कि कोई भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना टेस्ट के लिए मनमानी फीस नहीं ले सकता है। कोर्ट ने बुधवार को कहा प्राइवेट लैब को कोरोना टेस्ट (Coronavirus Test) के लिए पैसे लेने की अनुमति नहीं है और इस मामले को लेकर जल्द ही आदेश पारित करनी की बात भी कही गयी थी। सुनवाई के दौरान कहा गया कि सरकार को जल्द ही कोरोना वायरस की जांच मुफ्त (Coronavirus Test) में करने का आदेश पारित करना चाहिए।

कैसे की जाती है कोविड 19 टेस्टिंग?

कोरोना वायरस की टेस्टिंग (Coronavirus Test) के लिए भारत में कोई भी टेस्ट किट फिलहाल उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में संक्रमण की जांच के लिए अस्पताल में कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं, जिससे आधार पर नतीजे निकाले जाते हैं। अस्पताल में कोरोना वायरस के संक्रमण की पहचान के लिए कई टेस्ट कराने की जरूरत हो सकती है। चलिए जानते हैं उन टेस्ट के (Coronavirus Test) बारे में

स्वाब टेस्ट: इस टेस्ट में लैब एक कॉटन स्वाब की मदद से गले या फिर नाक के अंदर से सैंपल लेकर टेस्ट करता है।

नेजल एस्पिरेट: कोरोना वायरस की जांच करने के लिए जांचकर्ता आपके नाक में एक सॉल्यूशन डालता है। उसके बाद इस सॉल्यूशन के सैंपल को कलेक्ट कर उसकी जांच करता है।

ट्रेशल एस्पिरेट: संदिग्ध के फेंफड़े में ब्रोंकोस्कोप नाम का एक पतला ट्यूब डालकर वहां से सैंपल निकालता है। इस सैंपल से वायरस की जांच की जाती है।

सप्टम टेस्ट: यह फेफड़े में जमा मैटेरियल या नाक से स्वाब के जरिये निकाले जाने वाले सैंपल का टेस्ट होता है।

ब्लड टेस्ट: इस तरह के सभी सैंपल को जुटाने के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण का विश्लेषण किया जाता है। इसके बाद कोरोना वायरस के सभी वेरिएंट के लिए इनका ब्लेंकेट टेस्ट किया जाता है। बाद में ब्लड टेस्ट किया जाता है।

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