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Walk Benefits : आपने पहले भी वॉक करने के फायदों के बारे में सुना होगा कि वॉक करने से ब्लड शुगर, पैरों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वॉक करने से आपका दिमाग भी तेज हो सकता है? शायद आपको वॉक करने से दिमाग पर होने वाले प्रभावों के बारे में न पता हो। आपको बता दें कि हाल ही में मैरीलैंड स्कूल ऑफ पबल्कि हेल्थ यूनिवर्सिटी ने एक स्टडी की है, जिसमें ये पाया गया है कि सिर्फ चलने भर से हमारे मस्तिष्क के भीतर मौजूद तीन नेटवर्क के बीच संचार बहुत ज्यादा मजबूत हो जाता है।
स्टडी में ये पाया गया है कि इन तीन में से एक ब्रेन नेटवर्क वे है, जो कि अल्जाइमर रोग से जुड़ा हुआ है। इतना ही नहीं वॉक करने से दिमागी स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। ये स्टडी जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजीज रिपोर्ट में इस महीने ही प्रकाशित हुई है। इस स्टडी में सामान्य दिमागी गतिविधियों वाले लोगों के दिमाग और चीजों को याद रखनेकी क्षमता को कम याददाश्त वाले लोगों के साथ जांचा गया था। कम याददाश्त का मतलब, याददाश्त, तर्कक्षमता, फैसला लेने की क्षमता और अल्जाइमर के जोखिम कारकों जैसी दिमागी गतिविधियों में कमी शामिल है।
स्टडी के मुख्य शोधकर्ता और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर जे. कार्सन स्मिथ का कहना है कि इस स्टडी में हमने जिस ब्रेन नेटवर्क का अध्ययन किया और पाया कि जिन लोगों में चीजों को याद रखने की क्षमता कम थी और अल्जाइमर रोग के शिकार लोगों में समय के साथ-साथ कमी पाई गई। उन्होंने कहा कि हमने पाया कि ये आपस में संचारविहिन हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप चीजों को याद रखना और साफ-साफ सोचने की क्षमता भी खो जाती है। हमने पाया कि एक्सरसाइज करने से इन कनेक्शन को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
ये स्टडी स्मिथ की पिछली स्टडी को और ज्यादा मजबूत बनाने का काम करती है, जिसमें ये दावा किया गया था कि कैसे वॉक करने से दिमाग में खून का प्रवाह को बेहतर बनाती है और बुजुर्गों में दिमागी गतिविधियों को बेहतर बनाती है, खासकर उन लोगों में जिन्हें चीजों को याद रखने में दिक्कत होती है।
इस स्टडी में शामिल दो-तिहाई लोगों की उम्र 71 से 85 साल थी, जिन्हें 12 सप्ताह तक सप्ताह मे चार दिन तक ट्रेडमिल पर चलाया गया और उनपर निगरानी रखी गई। इस एक्सराइज के शुरू और बाद में शोधकर्ताओं ने कुछ सवाल-जवाब किए और जोर-जोर से दोहराने को कहा।
12 सप्ताह की एक्सरसाइज के बाद शोधकर्ताओं ने फिर से टेस्ट लिया औप लोगों में चीजों को याद रखने की क्षमता में महत्वपूर्ण से बढ़ोत्तरी पाई। शोधकर्ताओं का कहना है कि वॉक करने से दिमागी गतिविधयां पहले की तुलना में ज्यादा मजबूत पाई गई और लोगों की चीजों को याद रखने की क्षमता भी बेहतर हुई।
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