दुनियाभर में दिसंबर 2021 से लेकर जनवरी 2022 तक लोगों ने कोरोना महामारी की एक और लहर का सामना किया और आलम ये है कि पूरी दुनिया इस बीमारी का दंश झेलने को मजबूर है। हाल में ही सामने आए कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट ने वैश्विक स्तर पर तबाही मचाई हुई है। भारत में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान अभी तक 15 लाख से ज्यादा एक्टिव मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है।
कोरोना से ठीक होने का मतलब ये नहीं कि आप दूसरे लोगों के मुकाबले ज्यादा इम्यूनिटी प्राप्त कर चुके हैं बल्कि आपको कोरोना से ठीक होने के बाद भी काफी सतर्क रहने की जरूरत है। जी हां, हाल ही में हुई एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि बहुत से लोग क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद भी संक्रमित रहते हैं लेकिन उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है।
ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक नए अधययन में इस बात का खुलासा किया है कि बहुत से लोग 10 दिनों तक क्वारंटाइन में रहने के बाद भी कोरोना संक्रमण से उबर नहीं पाते हैं और लक्षण न होते हुए भी वो दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। जी हां, यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (University of Exeter) के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी के लिए एक नए तरह के टेस्ट का इस्तेमाल किया है, जो यह पता लगाने में सक्षम है कि वायरस वाकई में पीरियड खत्म होने के बाद भी एक्टिव रहता है या नहीं।
शोधकर्ताओं ने ये टेस्ट एक्सेटर यूनिवर्सिटी के 176 लोगों पर किया, जिनकी पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
अध्ययन के निष्कर्ष ‘जर्नल आफ इंफेक्सस डिजीज (international Journal of Infectious Diseases)’ में प्रकाशित हुए हैं, जिसमें वैज्ञानिकों ने ये पता लगाया है कि अध्ययन में शामिल 13 प्रतिशत लोग ऐसे थे, जो 10 दिन तक क्वारंटाइन में रहने के बाद भी वायरस की चपेट में थे और दूसरों को भी संक्रमित कर सकते थे।
अध्ययन के मुताबिक, बहुत से लोगों में वायरस का खतरनाक लेवल 68 दिन तक मौजूद पाया गया।
यूनिवर्सिटी आफ एक्सेटर मेडिकल कालेज की प्रोफेसर लारेन हैरिस का कहना है कि हमारा ये अध्ययन दूसरे अध्ययन के मुकाबले छोटा है लेकिन इसके परिणाम ये दर्शाते हैं कि कई बार संक्रमित व्यक्ति में कोविड वायरस 10 दिनों से ज्यादा एक्टिव रह सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, बहुत से लोगों में क्वारंटाइन के बाद भी वायरस एक्टिव रहता है और ये संक्रमण को फैलने की दिशा में काफी खतरनाक होता है।
बता दें कि ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों में कोरोना महामारी इन दिनों तेजी से फैली है। वहीं ओमिक्रोन के मामले जरूर कम हुए हैं लेकिन इससे सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ये अधिक संक्रामक रोग है, जो ब्रिटेन, अमेरिका और भारत समेत कई देशों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। इस महामारी को रोकने के लिए सभी देश कोरोना प्रतिबंधों को लागू कर रहे हैं ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
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