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पीएम मोदी ने कहा, रोग प्रतिरक्षा शक्ति को मजबूत करने के लिए 'योग दिवस' पर करें प्राणायाम, जानें इसके फायदे

पीएम मोदी ने कहा, रोग प्रतिरक्षा शक्ति को मजबूत करने के लिए 'योग दिवस' पर करें प्राणायाम, जानें इसके फायदे
मोदी की अपील, इस योग दिवस पर सभी प्राणायाम करने की कोशिश करें।© Shutterstock.

'अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस' 21 जून को मनाया जाएगा, लेकिन पीएम मोदी ने देशवासियों से अभी से योग को अपने जीवन में शामिल करने की अपील की है। उन्होंने योग में प्राणायाम के महत्व को समझते हुए देशवासियों से कहा है कि वे इस योग दिवस पर प्राणायाम (Pranayama) जरूर करें। जानें, प्राणायाम करने से शरीर को कौन से फायदे होते हैं...

Written by Anshumala |Published : May 31, 2020 4:59 PM IST

Pranayama Benefits: पूरी दुनिया में 'अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस' 21 जून को मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से अभी से योग को अपने जीवन में शामिल करने की अपील की है। उन्होंने योग में प्राणायाम के महत्व को समझते हुए अभी से सभी देशवासियों से कहा है कि वे इस योग दिवस पर प्राणायाम (Pranayama) जरूर करने की कोशिश करें। उन्होंने यह भी कहा कि आज अधिकतर हॉलीवुड-बॉलीवुड के सितारे योग को अपनी जीवनशैली में शामिल कर चुके हैं। ऐसे में देशवासियों को भी योग दिवस पर योग का अभ्यास करके खुद को फिट रखने की सकारात्मक पहल करनी चाहिए। दरअसल, प्राणायाम एक ऐसा योग है, जो आपकी रोग प्रतिरक्षा शक्ति (Pranayama boosts immunity) को बढ़ाता है।

कोरोना काल में प्राणायाम करके बढ़ाएं इम्यूनिटी

पीएम मोदी ने खास अपील की है कि लोग रोग प्रतिरोधक (Immunity power) क्षमता बढ़ाने के लिए प्राणायाम करें। प्राणायाम योग (Pranayama Benefits) एक प्रकार का सांस पर नियंत्रण रखने का अभ्यास है। गहरी सांस अंदर लेने और बाहर छोड़ने से फेफड़े भी स्वस्थ रहते हैं। कोरोनावायरस उनके लिए अधिक खतरनाक साबित हो रहा है, जिन्हें फेफड़ों से संबंधित रोग है, सांस लेने की समस्या है, अस्थमा है और जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। ऐसे में प्राणायम करने के तरीके, लाभ जरूर जान लें।

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कितने तरह के होते हैं प्राणायाम (Types of Pranayama)

योग में ब्रिदिंग एक्सरसाइज करने को ‘प्राणयाम’ कहते हैं। प्राणायाम (Pranayama Benefits) कई तरह के होते हैं और सभी इम्यूनिटी, फेफड़ों, सांस संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। सभी प्राणायाम को अलग-अलग विधि से किया जाता है। हर प्राणायाम के अभ्यास से शरीर को अलग-अलग फायदे होते हैं।

प्राणायाम के प्रकार

नाड़ी शोधन

शीतली प्राणायाम

उज्जयी प्राणायाम

कपालभाति प्राणायाम

अनुलोम विलोम प्राणायाम

कब करना चाहिए प्राणायाम (When should practice pranayama)

प्राणायाम हमेशा खाली पेट करना चाहिए। सूर्योदय होने से पहले जो लोग प्राणायाम करते हैं, उन्हें अधिक लाभ होता है। इस समय वातावरण साफ, शांत और स्वच्छ होता है। एकांत में आप शांत मन से अपनी सांसों की तरफ ध्यान लगा पाते हैं। यदि आप सुबह प्राणायाम नहीं कर सकते, तो शाम के समय प्राणायाम करें। हालांकि, शाम में भी शांत और एकांत जगह पर ही इसका अभ्यास करना अधिक फायदेमंद होगा।

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