वैक्सीन लगने के बाद दोबारा कोविड पॉजिटिव किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं, एम्स के अध्ययन में हुआ खुलासा
दिल्ली में 60 लाख से ज्यादा लोगों को लग चुकी वैक्सीन
दिल्ली के एम्स द्वारा किए गए अध्ययन में यह पाया गया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई थी उनमें किसी भी व्यक्ति की कोरोना से संक्रमित होने के बाद मृत्यु नहीं हुई है। यह अध्ययन अप्रैल मई महीने का है।
Written by Atul Modi|Published : June 4, 2021 6:22 PM IST
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि, अप्रैल-मई 2021 महीने में वैक्सीन लगने के बाद जो लोग दोबारा कोरोना से संक्रमित हुए हैं, उनमें किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। अध्ययन के आधार पर यह कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित होता है तो इसे एक सफल संक्रमण के तौर पर देखा जा सकता है।
खबरों के मुताबिक, एम्स के अध्ययन में कहा गया है कि, इतने अधिक संक्रमण होने के बावजूद उन लोगों की मृत्यु नहीं हुई जिन्होंने वैक्सीन लिया था। वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित हुए 63 मरीजों में से 36 मरीजों को दो डोज मिली थी जबकि 27 लोगों को कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक डोज मिली। इनमें 10 मरीजों ने कोवीशील्ड की डोज ली जबकि 53 को वैक्सीन दी गई।
एम्स की रिपोर्ट के अनुसार मरीजों में एंटीबॉडी उपलब्ध थी फिर भी वे संक्रमित हुए और अन्य मरीजों की तरह ही अस्पताल में भर्ती हुए। वहीं सीडीसी का कहना है कि वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोग ही कोरोना से संक्रमित होते हैं अस्पताल में भर्ती होते हैं या फिर उनकी मृत्यु हो जाती है।
भारत में शुक्रवार को कोरोना के 24 घंटे में नए 1,32,364 मामले सामने आए, जूबकि 2,713 लोगों ने इस महामारी के कारण दम तोड़ दिया। इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दी।
1 जून को, भारत ने 8 अप्रैल के बाद से सबसे कम 1,27,510 मामले दर्ज किए। 8 अप्रैल को, भारत में 1,31,968 मामले दर्ज किए गए, जबकि 7 अप्रैल को देश में 1,26,789 नए मामले सामने आए।
तमिलनाडु में लगभग 25,000 मामले सामने आए , जबकि महानगरों में पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 487, मुंबई में 961, बेंगलुरु में 3,533, कोलकाता में 976 और चेन्नई में 2,062 थे।
भारत में कोविड -19 मामलों की कुल संख्या अब 2,85,74,350 है, जिसमें 16,35,993 सक्रिय मामले हैं और अब तक 3,40,702 मौतें हुई हैं।