• हिंदी

National Vaccination Day: भारत में कोविड 19 वैक्सीन की 180.58 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं: स्वास्थ्य मंत्रालय

National Vaccination Day: भारत में कोविड 19 वैक्सीन की 180.58 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं: स्वास्थ्य मंत्रालय

Covid Vaccination in India: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कोविड 19 टीके की कुल 180.58 करोड़ से ज्यादा खुराक दी जा चुकी हैं। वहीं मंगलवार को शाम सात बजे तक टीके की 16,54,073 खुराक दी गई।

Written by Mukesh Sharma |Updated : March 16, 2022 9:41 AM IST

भारत में 16 मार्च यानी आज के दिन को नेशनल वैक्सीनेशन डे के रूप में मनाया जाता है और इसी बीच सरकार की तरफ से एक अच्छी खबर भी आ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अब तक देश में 180.58 करोड़ से ज्यादा कोविड 19 वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट के माध्यम से बताया कि कोविड वैक्सीन की खुराक 180 के पार हो गई है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आई जानकारी के अनुसार मंगलवार को शाम सात बजे तक देश में वैक्सीन की कुल 16 लाख से ज्यादा (16,54,073) खुराक दी गई हैं। मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी की लगभग 2.14 करोड़ खुराक उन लोगों को दी गई है, जिन्हें इसकी अधिक जरूरत है जैसे 60 साल से अधिक उम्र वाले लोग और फ्रंटलाइन वर्कर्स आदि। बताते चलें कि भारत में आज के दिन को नेशनल वैक्सीनेशन डे यानी राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के रूप में मनाया जाता है, चलिए जानते हैं नेशनल वैक्सीन डे के बारे में।

नेशनल वैक्सीनेशन डे का इतिहास

राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस को पहले बार 16 मार्च 1995 के दिन मनाया गया था। यह दिन लोगों को जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए टीकाकरण कराने का मैसेज देता है। बताते चलें कि वैक्सीन एक खास प्रकार का मटेरियल होता है, जो शरीर में जाकर इम्यून सिस्टम को एक्टिवेट करने का काम करता है।

पोलियो वैक्सीन से है इस दिन का संबंध

1995 में इस दिन पहली बार ओरल भारत में पोलियो की ओरल वैक्सीन (मुंह के जरिए दी जाने वाली) दी गई थी। भारत को 2014 में ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया था। इसलिए नेशनल वैक्सीनेशन डे को अब भारत पोलियो के देश से उन्मूलन के जश्न के रूप में मनाता है।

Also Read

More News

वैक्सीनेशन का जीवन में महत्व

बच्चे के पैदा होते ही उसे अलग-अलग वैक्सीन लगने के सिलसिला शुरू हो जाता है। कुछ वैक्सीन तो बच्चे के पैदा होते ही लगा दी जाती हैं जबकि कुछ बच्चे के 3 महीने और फिर 9 महीने तक लगाई जाती हैं। वहीं जब तक बच्चा 5 साल का होता है उसे कई वैक्सीन लग चुकी होती हैं। दरअसल ये सभी वैक्सीन अलग-अलग बीमारियों के बचाव के लिए होती हैं, ताकि बच्चे के शरीर में पहले ही उन रोगों के खिलाफ एंटीबॉडी बन सकें।

कोविड महामारी में वैक्सीन का महत्व

वैक्सीन ही ऐसा हथियार है, जिसकी मदद से हम कोरोना महामारी से लड़ पाए हैं। दुनियाभर में कोविड 19 वैक्सीनेशन का अभियान जोरों से जल रहा है, ताकि जितना हो सके कोविड से होने वाली मौत के आंकड़े को कम किया जाए।

Total Wellness is now just a click away.

Follow us on