देश के विकास की राह में बाधक कुपोषण की समस्या से निजात दिलाने में आंकड़ों का विशेष महत्व है और आंकड़ों का सही तरीके संकलन होने पर ही समुचित तरीके से इस पर विजय पाई जा सकती है। यह राय सोमवार को यहां कुपोषण पर एक संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने रखी। संगोष्ठी का आयोजन 'वर्ल्ड विजन इंडिया' द्वारा करवाया गया था। कार्यक्रम के दौरान परिचर्चा में हिस्सा लेते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई स्थित ग्रामीण क्षेत्र के लिए प्रौद्योगिकी केंद्र (सितारा) के केंद्राध्यक्ष और प्रोफेसर सतीश अग्निहोत्री ने कहा कि कुपोषण की समस्या दूर करने का लक्ष्य बहुत दूर