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प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency Symptoms) से अक्सर हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं जैसे- हड्डी मांसपेशियों में कमजोरी, ठीक से नींद ना आना, एनर्जी की कमी, बाल नाखून का कमजोर पड़ना, थकान महसूस होना, मेटाबॉलिज्म स्लो होना, इम्यूनिटी कमजोर होना और मूड स्विंग जैसी प्रॉब्लम आदि. इन सब समस्याओं से निजात पाने के लिए हमें हमारे शरीर को प्रोटीन की बहुत जरूरत पड़ती है, इसीलिए विशेषज्ञ भी आहार में प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने की सलाह देते हैं; मगर इन दिनों प्रोटीन की चर्चा इसलिए की जा रही है क्योंकि यह कोरोनावायरस से भी लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कोरोनावायरस काल में लोगों को प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत है क्योंकि संक्रमण के बाद कमजोर हो चुकी मांसपेशियों और बीमारियों से लड़ने वाले इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत बनाने के लिए एक्सपर्ट भी डाइट में प्रोटीन शामिल करने की सलाह दे रहे हैं.
विशेषज्ञों की मानें तो प्रोटीन शरीर में डैमेज रिपेयर का काम करता है और खासकर कोरोनावायरस के अटैक के बाद हमारा शरीर बहुत ज्यादा अंदरुनी रूप से क्षतिग्रस्त हो जाता है जिसमें प्रोटीन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, संतुलित मात्रा में प्रोटीन का सेवन कोविड-19 रिकवरी के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है, हालांकि अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना हानिकारक भी हो सकता है इसलिए प्रोटीन की मात्रा कितनी होनी चाहिए यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी है.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) का कहना है कि, प्रतिदिन कम से कम हमें 48 ग्राम प्रोटीन जरूर लेना चाहिए। लेकिन भारतीयों के भोजन में प्रोटीन की मात्रा काफी कम होती है. विशेषज्ञों की माने तो व्यक्ति का कितना वजन होता है उतने ही ग्राम प्रोटीन भी लेना चाहिए। तभी शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी हो सकती है.
देश के 16 शहरों में किए गए एक सर्वे के अनुसार, 73% प्रतिशत भारतीयों में प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) पाई गई है जबकि 93% लोग ऐसे हैं जिनको प्रोटीन की कमी या उससे जुड़ी बातों की जानकारी नहीं है, वहीं 90 फ़ीसदी लोगों को यह पता नहीं होता कि उन्हें रोजाना कितनी मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए इनमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं का है जिसका नतीजा यह है कि 73% भारतीयों की मांसपेशियां कमजोर हैं.