सबसे सस्ती कोरोना जांच किट
जी हां, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (Indian Institute of Technology Delhi) ने कोविड-19 के लिए एक कम लागत वाली टेस्ट किट को तैयार किया है। इस परीक्षण किट को Corosure का नाम दिया गया है। इस टेस्ट किट को अबतक की सबसे सस्ती COVID-19 डायग्नोस्टिक जांच किट माना जा रहा है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने बुधवार को इस टेस्ट किट को लॉन्च किया। Also Read - बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लगवाया कोरोना का टीका, लोगों से भी की टीका लगवाने की अपील, कहा मुफ्त लगेगी कोविड वैक्सीन
आईआईटी दिल्ली ने किया विकसित
इस टेस्ट किट को IIT के विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा विकसित किया गया है। इस टेस्ट किट को पब्लिक उपयोग के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा मंजूरी दी गई है। यह किट नोवल कोरोनवायरस (Novel Coronavirus) के लिए टेस्ट की एक वैकल्पिक विधि का उपयोग करती है। इस किट को न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस द्वारा लॉन्च किया जाएगा। Also Read - प्ले स्टोर पर आम लोगों के लिए नहीं है Co-Win एप, इस वेबसाइट पर जाकर करें सेल्फ-रजिस्ट्रेशन
दुनिया की सबसे सस्ती COVID परीक्षण किट
जांच-मुक्त, RT-PCR बेस्ड COVID-19 डायग्नोस्टिक किट IIT दिल्ली के कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज के रिचर्सर्स द्वारा इस टेस्ट किट (Cheapest Corona Test Kit ) को तैयार किया गया है। इस टेस्ट किट की कीमत 500 रुपये के आस-पास रखने की बात कही गई है। क्योंकि इनका उद्देश्य बेहद कम कीमतों में कोविड टेस्ट कराना है। इस लिए ‘COROSURE’ के प्रबंध निदेशक, जतिन गोयल ने कहा, “कोविड-19 के लिए जांच-मुक्त टेस्ट किट की अंतिम कीमत करीब 650 रुपये (Cheapest Corona Test Kit ) होगी। यह अब तक की COVID-19 डायग्नोस्टिक किट पर सबसे सस्ती जांच आरटी-पीसीआर किट है।”
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोनावायरस वैक्सीन रेस में सबसे आगे, इंसानों पर पहला ट्रायल हुआ सफल
इस बारे में आईआईटी दिल्ली के निदेशक वी. रामगोपाल राव ने कहा, “यह किट देश में कोविड -19 परीक्षण के पैमाने और लागत दोनों मामलों में प्रतिमान को बदल देगा। आईआईटी दिल्ली तकनीक का उपयोग करने वाली कंपनी न्यूटेक मेडिकल डिवाइसेस प्रति माह 20 लाख तक टेस्ट कर सकती है और वह भी बेहद सस्ती लागत पर। यह बाजार के लिए प्रयोगशाला का एक सच्चा उदाहरण है।”
कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने में यूनिवर्सल टेस्टिंग है मददगार, वैज्ञानिकों ने किया दावा