दुनिया में तमाम तरह की बीमारियों का सबसे आसान उपचार एंटीबॉयोटिक दवाओं के द्वारा किया जाता है। दवा के कारोबार में बहुत पहले से नकली दवाओं का कारोबार होता रहा है। हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना (यूएनसी) के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन में पता चला कि अफ्रीका में इस्तेमाल में लायी जा रही 19 प्रतिशत जरूरी दवाएं नकली या खराब गुणवत्ता की थीं। शोधकर्ताओं ने पाया कि कम और मध्यम आय वाले देशों में 19 प्रतिशत मलेरिया रोधी और 12 प्रतिशत एंटीबॉयोटिक दवाएं नकली या खराब गुणवत्ता की थीं। नकली दवा के खतरे से बचने के