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How long coronavirus survives on surface: कोरोनावायरस का खतरा (Coronavirus risk) इनता बढ़ता जा रहा है कि अब किसी भी चीज को हाथ लगाने से भी लोगों को डर लग रहा है। हर दिन नई बातें सामने आ रही हैं कि कोरोनावायरस (coronavirus survival in hindi) कब, कहां और किस वस्तु पर कितनी देर तक जिंदा रह सकता है। साइंटिस्ट भी इस बात का पता लगाने में जुटे हुए हैं और आए दिन कोई ना कोई शोध सामने आ रहा है। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक पेपर में कोरोनावायरस के हवा और विभिन्न सतहों पर जीवित (Coronavirus survival) रहने की नई जानकारी दी है। वैज्ञानिकों ने शोध में कहा है कि कोरोनावायरस हवा (coronavirus survival in air) में कम से कम 3 घंटे तक जिंदा रह सकते हैं। हालांकि, इस दौरान वायरस के किसी व्यक्ति को संक्रमित करने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
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अब तक यही कहा जा रहा था कि यह वायरस हवा में जीवित नहीं रहता। तो इस लिहाज से किसी भी व्यक्ति का हवा के जरिए इस वायरस से इन्फेक्टेड होने की संभावना कम बताई जा रही थी। सच्चाई तो यही है कि यह कोरोनावायरस हवा में जीवित रहता है फिर चाहे वह कम समय के लिए ही क्यों ना हो। इस वायरस का खतरा ऐसे में उनके लिए अधिक है, जो संक्रमित व्यक्ति के पास अधिक रहते हैं जैसे डॉक्टर्स।
एक्सपर्ट यही सलाह दे रहे हैं कि लोगों को बार-बार अपने हाथों को साबुन से धोते रहना है, चेहरे पर हाथ नहीं लगाना है, क्योंकि कहां वायरस मौजूद है, आपको पता नहीं। ऐसे में सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है, तभी आप इस जानलेवा वायरस से बचे रह सकते हैं। कोरोनावायरस कहां, कब तक जीवित रहता है और इससे किस तरह से बचा जा सकता है, इन सभी सवालों पर जानकारी दे रहे हैं इस वीडियो के जरिए डॉ. रवि शेखर झा, सीनियर कंसल्टेंट एंड हेड ऑफ द डिपार्टमेंट, पल्मोनोलॉजी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद।
नए अध्ययन से यह भी पता चलता है कि प्लास्टिक (Plastic) और स्टेनलेस स्टील (stainless steel) की सतह वायरस के जीवित रहने के लिए सबसे अनुकूल हैं। इन सतहों पर वायरस तीन दिनों तक जीवित या एक्टिव पाया गया। कार्डबोर्ड (cardboard surfaces) सतहों पर, वायरस 24 घंटे तक जीवित रह सकता है, जबकि तांबे (copper) पर यह मुश्किल से चार घंटे तक जीवित रह सकता है। अधिकतर फूड सप्लाई या आनलॉइन डिलीवरी, राशन का सामन आप कार्डबोर्ड में भर कर लाते हैं, जिसे छूना खतरे से खाली नहीं है। हालांकि, इस पर वायरस 24 घंटे से अधिक जीवित नहीं रहता है, जो प्लास्टिक और स्टील की तुलना में कहीं ज्यादा सुरक्षित है।
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पिछले दो सप्ताह में कई शोध इस बारे में किए गए हैं और कई अभी किए जा रहे हैं कि कोरोनावायरस कहां कितने समय तक जीवित (Coronavirus survival in hindi) रहता है। फरवरी में द जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इन्फेक्शन में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया था। इसमें कई प्रकार के कोरोनावायरस पर किए गए 22 पूर्व के अध्ययनों के परिणामों का सर्वेक्षण किया था। इसमें पाया गया था कि कोरोनावायरस धातु, कागज, कांच, प्लास्टिक और लकड़ी जैसी विभिन्न शुष्क सतहों पर दो से नौ दिनों के बीच जीवित रह सकता है। ऐसे में बेहतर है कि आप अपने घरों में मौजूद हर चीजों की साफ-सफाई का ध्यान हमेशा रखें।
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कोरोनावायरस बेशक ऊपर बताई गई चीजों, हवा आदि में घंटों जीवित रहता है, लेकिन इसकी मात्रा हमेशा कम होती जाती है। फिर भी चाहे यह कम ही मात्रा में क्यों ना हो, किसी को भी संक्रमित करने के लिए काफी है। ऐसे में इन सभी चीजों और सतहों को साबुन या डिटर्जेंट से साफ करने से संक्रमण को और भी ज्यादा बढ़ने से रोका जा सकता है।
1 पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहते।
2 विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा, नींबू आदि खूब खाएं। सब्जियों का सेवन करें, घर का बना खाना खाएं।
3 कुछ दिनों के लिए नॉनवेज ना खाएं, यदि खा रहे हैं, तो अच्छी तरह से पका कर खाएं।
4 दिन भर हाथों को बीस सेकंड तक कई बार धोएं, खासकर बाहर से आने पर।
5 बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें।
6 संक्रमण का डर होने पर हाथ से मुंह, नाक और कान को बार-बार न छुएं।
7 मांस काटने की जगह पर ना जाएं। राशन की दुकान पर लोगों से दूर खड़े रहें, चीजों को छूने से बचें।
8 सर्दी-जुकाम, गले में खराश, सिर दर्द और बुखार होने पर डॉक्टर से बताएं।