द निजामाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संस्थापक अध्यक्ष पी.आर. सोमानी का कहना है कि दवाइयों के लेबल पर निर्माताओं की ओर से छापी गई एमआरपी इन दवाओं की बिक्री के दामों से 3000 फीसदी तक अधिक होती है। उन्होंने कहा कि ड्रग प्राइस पॉलिसी नहीं होने के कारण लोगों को रोजाना लूटा जा रहा है। बुढ़ापे के असर को करेगी बेअसर यह एंटीबोयोटिक दवा। उन्होंने कहा कि आज दवाइयों की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए कोई ड्रग प्राइस पॉलिसी नहीं है इसलिए फार्मास्युटिकल कंपनियों की ओर से दवाओं के लेबल पर अनाप-शनाप और मनमाने ढंग से