प्राचीन युग से त्रिफला का इस्तेमाल किया जा रहा है। दादी और नानी के घरेलु नुस्खों में त्रिफला का इस्तेमाल कई उपचारों में किया जाता जा रहा है। त्रिफला तीन फलों का समान मात्रा में चूर्ण है: आंवला हरड़ बहेड़ा। यह चूर्ण कफ़ पित्त और वात तीन दोषों को संतुलित करने में कामगार साबित होता है। यह आयुर्वेदिक चूर्ण पौष्टिकता से भरपूर होता है।त्रिफला अनेक प्रकार के बीमारियों से राहत दिलाता है। त्रिफला के अनगिनत गुणों में से सात गुणों के बारे में बताया जा रहा है: कब्ज़ से राहत दिलाता है: त्रिफला लैक्सटिव एजेंट होने के कारण कब्ज़