स्रोत - IANS
सियाचिन ग्लेशियर में हुए हिमस्खलन के बाद जीवित मिले एकमात्र जवान लांस नायक हनुमनथप्पा कोप्पड़ का गुरुवार को निधन हो गया। हनुमनथप्पा कोप्पड़ को दो दिन पहले गंभीर हालत में दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) में भर्ती कराया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लांस नायक हनुमनथप्पा कोप्पड़ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह अमर हैं। लांस नायक पिछले दिनों सियाचिन ग्लेशियर में हुए हिमस्खलन के बाद से लापता थे। उन्हें दो दिन पहले गंभीर हालत में यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'वह हमें दुखी व तन्हा कर चले गए। लांस नायक हनुमनथप्पा की आत्मा को शांति मिले। जवान आप अमर हैं। गर्व है कि आप जैसे शहीदों ने भारत की सेवा की।'
उल्लेखनीय है कि तीन फरवरी को सियाचिन ग्लेशियर में एक जबर्दस्त हिस्खलन हुआ था, जिसमें हनुमनथप्पा और नौ अन्य सैनिक लापता हो गए थे। सोमवार को करीब 35 फुट बर्फ के नीचे से हनुमनथप्पा जिंदा निकाले गए। वह तीन दिनों से कोमा में थे।लाखों देशवासी लांस नायक की सलामती की दुआएं मांग रहे थे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हनुमनथप्पा ने सुबह 11.45 बजे आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) में अंतिम सांस ली। हनुमनथप्पा अपने 13 साल की सेवा में 10 साल दुर्गम व चुनौतीपूर्ण जगहों पर तैनात रहे। वह आतंकवाद रोधी अभियानों में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे। वह अगस्त, 2015 से सियाचिन ग्लेशियर के अति ऊंचाई वाले इलाकों में सेवा दे रहे थे।
चित्र स्रोत - Getty
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