राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में 13 से 16 साल के बीच की उम्रसीमा में हर 10 में से एक स्कूली बच्चा मोटापे का शिकार है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। मोटापे के कारण बच्चों में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) द्वारा विश्व हृदय दिवस (29 सितंबर) से ठीक पहले किए गए सर्वेक्षण में 25 निजी और सरकारी स्कूलों के 3000 बच्चों को शामिल किया गया।सर्वेक्षण में कहा गया है 'हर 10 में से एक बच्चा या तो अधिक वजनी है या मोटापे का शिकार है और