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देश में दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस के मामलों के संख्या बढ़ती ही जा रही है। महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब ऐसे 6 राज्य हैं जहां कोरोना के मामलों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। 16 जनवरी से शुरू हुए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण 1 मार्च से शुरू होने वाला है। इस बार केंद्र सरकार ने 60 साल की उम्र से अधिक के लोगों को और 45 साल की उम्र से अधिक उन लोगों को कोरोना वैक्सीन देने की बात कही है जो कोमारबिडिटी के शिकार हो। इस संबध में केंद्र ने कोमोरबिडिटी (Central government and Comorbidity) में आने वाली बीमारियों की लिस्ट भी जारी कर दी है। लेकिन कई लोग ऐसे हैं जिन्हें ये नहीं पता कि कोमोरबिडिटी क्या होता है? (What is Comorbidity In Hindi) कौन लोग हैं जो कोमोरबिडिटी की सूची में आते हैं? (Who come on the list of Comorbidities?) तो आइए जानते हैं इस संबध में पूरी जानकारी-
कोमोरबिडिटी से मतलब है कि एक ऐसा व्यक्ति जो एक ही समय पर 1 से अधिक गंभीर बीमारी का शिकार हो। उदाहरण देकर समझाते हैं, अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसे दो गंभीर बीमारियां एक ही समय पर है तो उसे कोमोरबिडिटी माना जाएगा। हालांकि कोमोरबिडिटी में सिर्फ गंभीर बीमारियों को ही गिना जाता है। इसमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैंसर, अस्थमा, फेफड़ों की बीमारी, हार्ट संबंधी रोग और पेट के गंभीर रोग हो सकते हैं। जो लोग कोमोरबिडिटी (Comorbidity In Hindi)) के शिकार होते हैं उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है, जिसके चलते वो जल्दी वायरस या मौसमी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए।
केंद्र सरकार ने कहा है कि 1 मार्च से 45 साल से अधिक उम्र के कोमोरबिडिटी को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। लेकिन अभी तक सरकार ने वो लिस्ट जारी नहीं की थी जिसमें कोमोरबिडिटी के अंदर आने वाली बीमारियों को बताया गया हो। लेकिन अब सरकार ने कोमोरबिडिटी की लिस्ट को जारी कर इसमें 20 बीमारियों को रखा है। इस लिस्ट में जिन 20 बीमारियों को रखा है वो निम्न हैं-
https://twitter.com/SumiSukanya/status/1365657561966387201
भारत में कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन की कीमत (Corona Vaccine Price In India) का ऐलान हो चुका है। आम व्यक्ति को कोरोना की 1 डोज 250 रुपये में मिलेगी। इसके साथ ही सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि फिलहाल अस्पतालों में सिर्फ Covishield वैक्सीन मिलेगी। Covaxin की डोज फिलहाल अस्पतालों में नहीं मिलेगी। सरकार के अनुसार "अभी कोवैक्सीन (Covaxin) की प्रभावशीलता को लेकर डाटा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में प्राइवेट अस्पताल वाले वैक्सीन को लगाने से मना कर सकते हैं। हम इस स्टेज में ऐसी स्थिति नहीं है। हालांकि कोवैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और अभी तक इससे किसी भी व्यक्ति को साइड इफेक्ट (मामूली साइड इफेक्ट को छोड़कर) नहीं हुआ है।"
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार करीब 10,000 प्राइवेट अस्पतालों को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, करीब 687 अस्पतालों को केन्द्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना और अन्य प्राइवेट अस्पतालों को राज्य हेल्थ इंसोरेंस स्कीम के तहत रखा गया है, जहां कोरोना की डोज दी जाएगी। इन अस्पतालों में सरकार के नियम और दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मरीजों को कोरोना की डोज दी जाएगी।