फिल्मकार-कोरियोग्राफर फराह खान का कहना है कि माता-पिता बनने के बाद कुछ चीजों के प्रति लोगों का नजरिया अच्छे के लिए बदल जाता है। फराह मंगलवार को ''विश्व ऑटिज्म दिवस'' पर जय वकील फाउंडेशन की 75वीं सालगिरह के कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से रूबरू थीं। मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के भले के लिए फाउंडेशन से जुड़ने पर उनके विचार पूछने पर उन्होंने कहा जब मैं मां बनी थी इससे मेरी आंखें खुल गईं क्योंकि तब तक हम सब अपनी दुनिया में व्यस्त थे और सिर्फ अपने बारे में सोचते थे। हम बहुत स्वार्थी जीवन जीते हैं लेकिन जब