Switch to Eng

Health, Fitness, Beauty & Diet | Pregnancy & Parenting | Diseases & Home Remedies | TheHealthSite.com

Health, Fitness, Beauty & Diet | Pregnancy & Parenting | Diseases & Home Remedies | TheHealthSite.com

Eng
  • होम
  • कोरोना वायरस
  • फिटनेस
  • ब्यूटी
  • डिज़ीज़
    • कैंसर
    • डेंगू
    • टाइफॉइड
    • हेपेटाइटिस
    • टाइप 1 डायबिटीज
  • प्रेगनेंसी
  • पेरन्टींग
  • न्यूज
  • गैलरीज़
  • वीडियो
Home / Hindi / Health News / रेटिनल बीमारियों से अंधेपन का खतरा अधिक : विशेषज्ञ

रेटिनल बीमारियों से अंधेपन का खतरा अधिक : विशेषज्ञ

डायबिटीज रोगियों को हर छह महीने में आंख विशेषज्ञ/रेटिनोलोजिस्ट से जांच कराने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें डायबिटिक रेटिनोपैथी होने का रिस्क सबसे ज्यादा होता है।

By: Editorial Team   | | Published: May 29, 2018 4:12 pm
Tags: Blind  Blindness  Eyesight  Retina  Retinal cells  Retinol  
Retinal disease

क्रोनिया (आंख के अगले हिस्से) से जुड़ी बीमारियां के बारे में लोग आमतौर पर जानते है जबकि रेटिना (आंख के पिछले हिस्से) से जुड़ी बीमारियों के बारे में लोगों को आसानी से पता नहीं चलता। विशेषज्ञों का कहना है कि अंधापन होने के कारणों की वजहों में आंखों से जुड़ी अन्य बीमारियों की तुलना में रेटिनल बीमारियां ज्यादा परेशानी का सबब बनती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, विभिन्न रेटिनल विकारों में उम्र से जुड़ी मैक्यूलर डिजनरेशन (एएमडी) और डायबिटिक मैक्यूलर इडिमा (डीएमई) दो ऐसी बीमारियां हैं, जिससे हमेशा के लिए आंखों की रोशनी खोने का डर रहता है। एएमडी और डीएमई को आसानी से मैनेज किया जा सकता है, अगर समय पर बीमारी की पहचान हो जाए। Also Read - आंख में चली गई धूल या फिर घुस गया कीड़ा? मसले नहीं तुरंत शुरू कर दें ये काम, लालपन और दर्द होगा खत्म

एम्स के पूर्व चिकित्सक एवं सीनियर कंसलटेंट विटरियोरेटिनल सर्जन और ऑल इंडिया कोलेजियम ऑफ ओपथालमोलोजी के प्रेसिडेंट डॉ. राजवर्धन आजाद ने कहा, “रेटिनल बीमारियों जैसे कि एएमडी में धुंधला या विकृत या देखते समय आंखों में गहरे रंग के धब्बे दिखना, सीधी दिखने वाली रेखाएं लहराती या तिरछी दिखना लक्षण है। आमतौर पर रेटिनल बीमारियांे की पहचान नहीं हो पाती क्योंकि इसके लक्षणों से दर्द नहीं होता और एक आंख दूसरी खराब आंख की क्षतिपूर्ति करती है। यह तो जब एक आंख की रोशनी बहुत ज्यादा चली जाती है और एक आंख बंद करके देखते हैं तो पता चलता है। इसलिए इसके लक्षणों को समझना जरूरी है और इसकी पहचान कर विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए ताकि आंखों की रोशनी को बचाया जा सके।” Also Read - World Sight Day: क्या हरी घास पर टहलने से बढ़ती है आंखों की रोशनी? जानें नज़र तेज़ करने के कुछ आयुर्वेदिक तरीके



उन्होंने कहा कि जिस तरह से कैमरे के अंदर फिल्म में तस्वीर बनती है, ठीक उसी तरह हमारी आंख के रेटिना में ही विजन बनता है। अगर रेटिना क्षतिग्रस्त हो जाए तो आंख की रोशनी खुद ब खुद चली जाती है। एएमडी रेटिना के माकूला को नुकसान पहुंचाता है, जिससे केंद्रीय दृष्टि प्रभावित होती है। Also Read - जानें क्यों ग्लूकोमा में ज़रूरी है रेग्यूलर चेकअप, स्टडी में बताए गए कारण

एएमडी बुजुर्गो को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। यह दुनिया में 8.7 फीसदी दृष्टिहीनता के लिए जिम्मेदार है। डायबिटिक रेटिनोपैथी आंखों के पीछे रेटिना में मौजूद ब्लड वेसेल्स को क्षतिग्रस्त करता है। इस बीमारी के कारण विश्व के 4.8 फीसदी लोग दृष्टिहीन हैं।

डायबिटिक रेटिनोपैथी से डायबिटिक मैक्यूलर इडिमा (डीएमई) हो जाता है और यह बहुत आम है। जब क्षतिग्रस्त ब्लड वैसेल्स में सूजन आती है और ये लीक होकर रेटिना के मैक्यूला में पहुंच जाते हैं तो रेटिना की रोशनी प्रभावित होती है। इससे रेटिना के सामान्य रूप से देखने में दिक्कत होने लगती है।

समय पर बीमारी की पहचान व इलाज के लिए रोगी को रेटिनल बीमारी से जुड़े लक्षणों को समय रहते पहचानना जरूरी है। आमतौर पर एएमडी के लक्षणांे को बुजुर्ग अपनी उम्र से जुड़ी समस्या मान लेते हैं। डायबिटीज रोगियों को हर छह महीने में आंख विशेषज्ञ/रेटिनोलोजिस्ट से जांच कराने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें डायबिटिक रेटिनोपैथी होने का रिस्क सबसे ज्यादा होता है।

उम्र से जुड़े मेक्यूलर डिजनरेशन से दुनियाभर में करीब 8.7 फीसदी दृष्टिहीनता की चपेट में हैं। दुनियाभर में डायबिटिक रेटिनोपैथी से 4.8 फीसदी लोग अंधकार में जी रहे हैं।
स्रोत:IANS Hindi.
चित्रस्रोत:Shutterstock.

Published : May 29, 2018 4:12 pm
Read Disclaimer

पुराने रोगों के निदान में 'लैब ऑन ए चिप' ज्यादा कारगर

पुराने रोगों के निदान में 'लैब ऑन ए चिप' ज्यादा कारगर

पीरियड्स पर पुरुषों, महिलाओं दोनों को शिक्षित करना जरूरी : अक्षय

पीरियड्स पर पुरुषों, महिलाओं दोनों को शिक्षित करना जरूरी : अक्षय

Please Wait. Article Loading ....

कोरोनावायरस अपडेट्स

कोरोनावायरस अपडेट्स

COVID-19 से रहें अप-टू-डेट

  • आखिर क्यों आरएमएल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स भारत बायोटेक की ''कोवैक्सीन'' की बजाय सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड टीका लगवाने के लिए हैं तैयार, पढ़ें यहां
  • Corona Vaccination: एम्स के सफाई कर्मचारी ने लिया सबसे पहला वैक्सीन, उसके बाद एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया, नीति आयोग के पॉल ने लगवाई वैक्सीन
  • Covid-19 Live Updates: भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या हुई 1,05,42,841 अब तक 1,52,093 लोगों की मौत
  • Corona Vaccination in India: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, कोविड वैक्सीन 'संजीवनी' की तरह करेगी काम
  • Covid-19 Vaccination: भारत में शुरू हुआ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में लगे वैक्सीनेशन सेंटर

Health Calculators

BMI Calculator
bmi Calculator
Ideal Body Weight
ideal body weight
Daily Calorie Intake
Daily calorie intake
Calories Burned
calories burned

Health News in Hindi

आखिर क्यों आरएमएल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स भारत बायोटेक की ”कोवैक्सीन” की बजाय सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड टीका लगवाने के लिए हैं तैयार, पढ़ें यहां

Corona Vaccine: नीति आयोग के सदस्य बोले- वैक्सीन सुरक्षित, अपने उत्पादों पर भरोसा रखें

Corona Vaccination: क्‍या कोरोना वायरस का टीका लगवाना अनिवार्य है? जानिए वैक्सीनेशन से जुड़े 11 अहम सवाल और उनके जवाब

आधे घंटे में 200 कैलोरी बर्न करने के लिए आज से शुरू करें ये 3 योगासन, जानें 1 मिनट में कितनी होती है बर्न

जिम ट्रेनर सप्लीमेंट के नाम पर लड़कों को खिला रहे हैं ये 5 बेकार की चीजें, जानें इनकी हकीकत

Read All

Related Stories

    Lab-grown human retina tissues can pave way for new therapies for treating colour blindness
    - Sreemoyee Chatterjee
    May 29, 2018 at 4:12 pm
    Surprisingly now, biologists are growing human retina tissue from scratch to know how cells that …
  • National Eye Donation Fortnight: Experts weigh in on eye donation in India
  • Your eye health can be a precursor for Parkinson’s disease
  • Did you know? Childhood blindness gene has been discovered
  • 3D printed cornea: Bot's the Reality?

About The health Site

TheHealthSite.com is India's largest health site with more than 40 lakh unique visitors per month. We focus on fitness, beauty, health, pregnancy and more.

Most popular health and wellness website in India in 2012 at the Website of the year awards.

health@corp.india.com
+91 – 22 – 6697 1234
Landline Phone number 91 – 22 – 2490 0302.

ZEE ENTERTAINMENT ENTERPRISES LTD, 18th floor, A-Wing, Marathon Futurex, N. M. Joshi Marg, Lower Parel, Mumbai, Maharashtra 400013.

Useful Links

  • Weight Loss
  • Keto Diet Tips
  • Skin Care Tips
  • Intermittent Fasting
  • Apple Cider Vinegar
  • Ashwagandha
  • Cancer
  • Pneumonia
  • Diarrhoea
  • Dengue
  • Typhoid
  • Tuberculosis
  • Chickenpox
  • Chikungunya
  • Depression
  • Hepatitis
  • Diabetes
  • Type 2 diabetes
  • Arthritis
  • Swine Flu
  • Baby Names
  • Cough and cold
  • Heart Attack
  • Breast Cancer
  • Ebola Virus
  • Dengue
  • Malaria
  • International Yoga Day
  • Hypotension
  • Heart Failure
  • Asthma
  • Brain Tumour
  • Celebrity Fitness
  • Goitre
  • HIV/AIDS

We respect your privacy

  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Contact Us
  • Author Profiles

Copyright © 2021 Zee Entertainment Enterprises Limited. All rights reserved.