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ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं के लिए एक संवेदनशील बीमारी है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई तरह के आंकड़े आते रहते हैं हर आंकड़े में ये बात जरूर होती है कि महिलाओं को पहले से पता ही नहीं चला की कैंसर हो सकता है। इसी तरह की एक बात और भी है कुछ लोगों का मानना होता है कि यह युवा महिलाओं की बीमारी है लेकिन इग्लेेैंड में 2015 में हुए एक सर्वे में यह बात सामने आयी थी की अधिक उम्र की महिलाओं में भी कैंसर के खतरे बढ़ें हैं। इस सर्वे में 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं से सवाल जवाब किया गया था।
सर्वे में सबसे अहम बात जो सामने आयी थी वो यह थी कि तीन में एक महिला जो ब्रेस्ट कैंसर की शिकार थी उसकी उम्र 70 साल या उससे अधिक थी। सर्वे में यह भी बात स्पष्ट हुयी थी कि अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेष्ट कैंसर के लक्षणों को पहचानना भी मुश्किल होता है। लक्षणों की पहचान में देर की वजह से कैंसर से मौत की संभावना भी ज्यादा होती है।
इस सर्वे से ये बात तो स्पष्ट हो जाती है कि अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की संभावना तो है ही इसके साथ उनकी मौत की संभावना भी ज्यादा है। इस सर्वे से एक बात यह भी स्पष्ट होती है कि सिर्फ गांठ होना ही कैंसर का लक्षण नहीं और अधिक उम्र में भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बनी रहती है।
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अगर आप भी अपने घर की महिलाओं को इसके बारे में जागरूक कर सकें तो इससे ब्रेस्ट कैंसर की समय से पहले पहचान की जा सकती है। अधिक उम्र की महिलाओं को भी अपने स्तन में कोई असहज कर देने वाले बदलाव को ध्यान से देखना चाहिए। नजरअंदाज करना ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को और अधिक बढ़ा सकता है।