इबोला विषाणु रोग अब अंतरर्राष्ट्रीय समस्या बन गई है। अब तक लगभग हजार लोगों को यह विषाणु अपने गिरफ्त में ले चुका है। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है मगर चिंता की बात यह है कि अभी तक कोई प्रभावकारी उपचार या निदान नहीं हो पा रहा है। सुरक्षा के तौर पर यह ही कह सकते हैं कि जहाँ इबोला अभी तक नहीं फैला है वहाँ की परिस्थिति नियंत्रण में है। उपचार के क्षेत्र में इबोला संबंधित अनुसंधान और परीक्षण की बहुत ज़रूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इबोला के लिए प्रयोगात्मक उपचार जेडमैप के इस्तेमाल के लिए मंजूरी