देश के 50 फीसदी से भी अधिक किशोर-किशोरियां धूम्रपान करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि यह तनाव को कम करता है साथ ही धूम्रपान से साथियों के बीच उनकी 'कूल' इमेज बनती है। एक सर्वेक्षण से यह जानकारी मिली है। सर्वेक्षण के नतीजों में कहा गया है कि 52 फीसदी से अधिक किशोर-किशोरियों का मानना है कि धूम्रपान से एकाग्रता बढ़ाने में मदद मिलती है। सर्वेक्षण में शामिल करीब 90 फीसदी किशोर-किशोरियों का मानना था कि अगर उनके माता-पिता ने रोकटोक नहीं की तो वे धूम्रपान जारी रखेंगे। जबकि 80 फीसदी से ज्यादा किशोर-किशोरियों का कहना था कि कम