Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
कोविड-19 ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है। पिछले डेढ़ साल से चल रही कोरोना महामारी के कारण कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं तो कई लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों बच्चे ऐसे भी हैं जो कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खोकर पूरी तरह से अनाथ हो चुके हैं। दिल्ली सरकार ने कोरोनावायरस के कारण अनाथ हुए बच्चों को बड़ी राहत देने वाला फैसला सुनाया है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को कहा है कि पिछले डेढ़ साल में अनाथ हुए बच्चों को दिल्ली में फ्री एजुकेशन (Free education to kids who lost parents to Covid) दी जाएगी। ऑर्डर में कहा गया है कि सरकार और डीडीए की जमीन पर बने सभी निजी और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों को उन सभी छात्रों की फीस में कटौती करने के निर्देश दिए हैं जो कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खो चुके हैं और अनाथ हो गए हैं।
डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन की तरफ से जारी ऑर्डर में कहा गया है कि मार्च 2020 के बाद जो अपने बच्चे कोरोना महामारी या किसी और कारण से अपने माता पिता को खोकर अनाथ हो चुके हैं उन्हें दिल्ली के निजी गैर-सहायता प्राप्त/सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त स्कूलों में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। ताकि ऐसे बच्चे अपनी शिक्षा को जारी रख पाएं। इस संबंध में दिल्ली के सभी जिला डीडीई (District DDEs) को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे सभी छात्रों की शिक्षा जारी रखना सुनिश्चित करें।
डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन ने यह भी कहा है कि ऐसे बच्चे अगर दिल्ली सरकार द्वारा अलॉट की गई प्रॉपर्टी या दिल्ली विकास प्राधिकरण की जमीन पर बने स्कूलों में पढ़ रहे हैं तो वो फ्री एजुकेशन केटेगरी के तहत सेम स्कूल में फिर से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसर, हाल ही में फाइल की गई एक RTI के जवाब से पता चलता है कि दिल्ली में कुल 5,640 बच्चे अनाथ हुए हैं जबकि 273 बच्चों ने कोरोना महामारी के कारण अपने एक पेरेंट्स को खोया है।