नॉन-कैंसर ट्यूमर या नॉन-मेलिग्नेंट ट्यूमर कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि हैं जो न तो आस-पास के ऊतकों में बढ़ती हैं और न ही फैलती हैं। इलाज से आमतौर पर इसके रोगी के ठीक होने की पूरी संभावना होती है लेकिन ऐसे ट्यूमर का इलाज न कराने पर यह गंभीर नतीजे का कारण बन सकता है। आर्टेमिस अस्पताल के एग्रिम इंस्टीट्यूट फॉर न्यूरो साइंसेज के न्यूरोसर्जरी एंड साइबरनाइफ सेंटर के निदेशक डॉ. आदित्य गुप्ता ने कहा कैंसर रहित ट्यूमर कई प्रकार के होते हैं जैसे कि एडेमोना श्वान्नोमा व मेलेनोमा। उन्होंने कहा कि एडेमोना सबसे आम प्रकार का नॉन कैंसरस ट्यूमर है