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Norway Corona Vaccine Side Effects: भारत समेत दुनियाभर के तमाम देशों में वैक्सीनेशन का काम लगभग शुरु हो चुका है। कुछ देशों में वैक्सीनेशन का काम चल रहा है, जबकि भारत में 16 जनवरी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कोविड टीकाकरण की शुरुआत करेंगे।
जिन देशों में कोरोनावायरस की वैक्सीन दी जा रही है वहां से अब वैक्सीन के साइड इफेक्ट (Covid Vaccine Side Effects) की भी खबरें सामने आ रही हैं। इनमें कोरोना के खिलाफ सबसे पहले खोज हुई फाइजर की वैक्सीन (Pfizer Covid Vaccine) की चर्चा सबसे ज्यादा है।
दरअसल, नार्वे में 23 मौतों के बाद फाइजर वैक्सीन विवादों में फसती नजर आ रही है। नार्वे के विशेषज्ञों का दावा है कि, अब जिन 23 लोगों की मौतें हुई हैं उन्हें फाइजर वैक्सीन की डोज दी गई थी। मरने वालों में ज्यादातर सीनियर सिटीजन थे। नॉर्वे में दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत की गई थी, अब तक 30 हजार से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।
खबरों के मुताबिक, नार्वे में जिन लोगों की मौत हुई है उन्हें वैक्सीन की फर्स्ट डोज दी गई थी। डोज देने के बाद उनकी तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। नार्वे गर्वनमेंट के मुताबिक, मरने वाले लोग ज्यादातर बुजुर्ग हैं। ऐसे लोगों के लिए वैक्सीन खतरनाक साबित हो सकता है।
मरने वाले कुल 23 लोगों में से 13 लोगों की वैक्सीन के कारण मरने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अन्य की हुई मौतों की जांच जारी है। वहीं, वैक्सीन के साइड इफेक्ट के कुल 29 मामले सामने आ चुके हैं।
नॉर्वेयिन मेडिसिन एजेंसी के मुताबिक, अब जिन 13 व्यक्तियों की मौत हुई उनके परिणाम सामने आ चुके हैं, जिसमें कहा गया है कि सामान्य दुष्प्रभाव ने बीमार बुजुर्गों में गंभीर रिएक्शन किया है।
नॉर्वेयिन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के अनुसार, जो लोग काफी उम्रदराज हैं और उन्हें लगता है कि अब उनकी लाइफ के कुछ समय बचे हुए हैं, तो ऐसे लोगों को वैक्सीन का लाभ मिलने की संभावना काफी कम है।