स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए जारी किए नए दिशानिर्देश, इलाज के दौरान रखना होगा इन बातों का ख्याल
कोरोना मरीजों के लिए जारी हुए नए दिशानिर्देश, रखें इन बाताें का ध्यान
कोविड राष्ट्रीय कार्य बल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत कोविड रोगियों के सही से प्रबंधन के लिए कुछ दिशानिर्देशों में संशोधन किए हैं। मरीज जिनमें कोरोना के बेहद हल्के लक्षण नजर आ रहे हैं, वे होम आइसोलेशन में रहेंगे। कोविड मरीजों के इलाज के दौरान किन बातों का रखना होगा ख्याल, जानें यहां...
Written by Anshumala|Updated : January 18, 2022 12:15 PM IST
Covid Patients New Medical Guidelines: कोरोना के मामले देश में पिछले महीने से तेजी से बढ़े हैं। ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron Variant in India) से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने से भी कोविड-19 केसेस में उछाल आया है। पिछले दिनों स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Health Ministry) ने कोरोना मरीजों के लिए क्लिनिकल गाइडलाइंस में कुछ संशोधन किया है। इसमें कोरोना के हल्के (Mild), मध्यम (Moderate) और गंभीर (Severe) मरीज शामिल हैं। कोविड राष्ट्रीय कार्य बल (Covid National Task Force) ने सोमवार को कहा कि कोविड रोगियों (Corona Patients) के सही से प्रबंधन के लिए कुछ संशोधन किए गए हैं। इसमें ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के बेहद हल्के लक्षण (Mild Covid Symptoms) नजर आ रहे हैं, वे होम आइसोलेशन में रहेंगे। वहीं, गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों (Severe covid Patients) को इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराया जाएगा।
COVID-19 National Task Force under Ministry of Health and Family Welfare releases revised clinical guidance for the management of adult COVID-19 patients pic.twitter.com/x4R6ZntVnz— ANI (@ANI) January 17, 2022
कोरोना मरीजों के लिए जारी हुए नए दिशानिर्देश, रखें इन बाताें का ध्यान
जो लोग होम आइसोलेशन (Corona patient in Home Isolation) में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं, तो उन्हें कुछ जरूरी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। कोविड टास्क फोर्स के अनुसार, होम आइसोलेशन में हैं, तो आपको फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखना होगा। मास्क पहनना होगा। हाथों की साफ-सफाई का (Hand Hygiene) भी ध्यान रखना होगा।
हाइड्रेशन, एंटी-पायरेटिक्स, एंटीट्यूसिव जैसी सिम्प्टोमैटिक प्रंबधन का पूरा ख्याल रखें।
आप जिस भी डॉक्टर से अपना इलाज करा रहे हैं, उसके कॉन्टैक्ट में लगातार बने रहें।
लगातार शरीर का तापमान, ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल ऑक्सीमीटर से जांच करते हैं।
यदि आपका ऑक्सीजन लेवल 93 से नीचे जाता है, सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या हॉस्पिटल जाएं। बुखार भी अधिक है, खांसी अधिक है, जो 5 दिनों से बनी हुई है, तो इसे भी नजरअंदाज ना करें।
मध्यम रूप से संक्रमित कोरोना मरीजों को हॉस्पिटल के वॉर्ड में भर्ती होने की जरूरत है।
वॉर्ड में भर्ती मरीजों का ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक करने पर 92 से 96 प्रतिशत आता है, तो ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ सकती है। सीओपीडी के मरीजों के लिए ऑक्सीजन सैचुरेशन 88-92 प्रतिशत होने पर ऑक्सीजन सपोर्ट बेहद जरूरी है।
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