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Covid-19 Vaccines in India: भारत में कोरोना वायरस की लगातार गम्भीर होती स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक विशेष मीटिंग का आयोजन किया । इस मीटिंग में देश के उन 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया जिन राज्यों में कोरोना वायरस के मामले सबसे अधिक हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार यानि 13 नवंबर को प्रधानमंत्री ने एक और बैठक की थी, जहां, देश में कोविड-19 वैक्सीन संबंधी रणनीति की समीक्षा की गयी थी। इस मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश में जब भी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होगा तब, सबसे पहले टीके फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाए जाएंगे। (Covid-19 Vaccinations program in India)
Held a meeting to review India’s vaccination strategy and the way forward. Important issues related to progress of vaccine development, regulatory approvals and procurement were discussed. pic.twitter.com/nwZuoMFA0N
— Narendra Modi (@narendramodi) November 20, 2020
प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि इस बैठक में वैक्सीन बनाने की दिशा में प्रगति के साथ-साथ, नियामक मंजूरियों और खरीद से जुड़े संबंधित अहम विषयों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने लिखा कि, ‘‘ देश की जनसंख्या समूहों को प्राथमिकता देना, हेल्थ वर्कर्स तक वैक्सीन पहुंचाने, कोल्ड स्टोरेज़ के ढांचे को सुदृढ़ करने, और वैक्सीन लगाने वाले प्रोफेशनल्स की संख्या बढ़ाने के अलावा वैक्सीन्स को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए सही तकनीक और प्लेटफॉर्म उबलब्ध कराने जैसे कई पहलुओं की समीक्षा भी की गयी।’’
इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा अनुमान है कि साल 2021 की पहली तिमाही में ही कोरोना वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरु हो सकता है। इस समय तक जो भी वैक्सीन्स तैयार हो जाएंगी, उनके प्रारंभिक टीके देश के एक करोड़ फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स को दिए जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, उन एक करोड़ हेल्केयर वर्कर्स की पहचान भी कर ली गयी है जिन्हें पहले चरण में वैक्सीन्स लगायी जाएंगी।
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