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कुछ लोग कोरोना का टीका (Coronavirus vaccination in Hindi) लगाने के बाद भी कोरोनावायरस से संक्रमित (Coronavirus Infection) हो जा रहे हैं। ऐसे कई केस भारत में भी अब तक सामने आ चुके हैं। इस कारण से लोगों को मन में आशंका उठने लगी है कि कोरोना वैक्सीन इस खतरनाक वायरस के खिलाफ बेअसर है, लेकिन ऐसा नहीं है। टीकाकरण के बाद कोरोनावायरस (covid-19 infection) फैलने की अफवाहों के बीच आंध्र प्रदेश कोविड कमान और नियंत्रण केंद्र ने यह स्पष्ट किया कि टीकाकरण के बाद भी पॉजिटिव रिपोर्ट बताती है कि वायरस पहले से बॉडी में मौजूद था। कमांड सेंटर के एक अधिकारी का कहना है कि अगर आरटी-पीसीआर (RT-PCR Test) पॉजिटिव है, तो पोस्ट टीकाकरण (Post Vaccination) का मतलब है कि बीमारी पहले से मौजूद है ना कि वैक्सीन के कारण पॉजिटिव है।
उन्होंने कहा कि न तो कोवैक्सीन और न ही कोविशील्ड आरटी-पीसीआर रिपोर्ट को पॉजिटिव करता है। अधिकारी ने कहा "पोस्ट टीकाकरण के बाद बुखार को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए। इसको उपचार केवल पैरासिटामोल 650 एमजी से करें। कोविशील्ड एक वायरल वेक्टर वैक्सीन है न कि एक क्षीण टीका है, जिसमें एसएआरएस-कोव 2 नहीं, बल्कि एसएआरएस-कोव -2 के अनुवांशिक पदार्थों का एक भाग होता है। कोवैक्सीन का निर्माण हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और कोविडशील्ड का पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता है।
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स्रोत: (IANS Hindi)