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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, भारत की पूरी आबादी का टीकाकरण करना असंभव, कोरोनोवायरस ट्रांसमिशन को तोड़ना है सबसे जरूरी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, भारत की पूरी आबादी का टीकाकरण करना असंभव, कोरोनोवायरस ट्रांसमिशन को तोड़ना है सबसे जरूरी
Ivermectin was able to kill COVID-19 grown in cell cultures within two days.

ICMR ने कहा है कि सरकार का उद्देश्य है कि पहले जनसंख्या के एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण (Coronavirus Vaccination in India) करके वायरस की श्रृंखला को तोड़ा जाए। अगर हम क्रिटिकल मास को वैक्सीन लगाकर कोरोना ट्रांसमिशन रोकने में कामयाब रहे, तो शायद पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत न पड़े।

Written by Anshumala |Updated : December 2, 2020 8:01 AM IST

Coronavirus Vaccination in India: वैक्सीन परीक्षण (Vaccine test) के दौरान स्वयंसेवकों के साथ होने वाली दो कथित प्रतिकूल घटनाओं की रिपोर्टिंग के मद्देनजर, वैक्सीन (Corona Vaccine) लेने के लिए लोगों में भय और संकोच बढ़ रहा है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने मंगलवार को कहा कि सरकार का कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) को प्रत्येक व्यक्ति को देने का कोई इरादा नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, "वैक्सीन हिचकिचाहट एक अंतर्निहित मुद्दा है, जिसका प्रतिकूल घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। आबादी का एक वर्ग सोचता है कि इसे टीकाकरण (Coronavirus Vaccination in India) की आवश्यकता नहीं है।"

ICMR ने कहा कोरोनावायरस की चेन को तोड़ना होगा

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक (डीजी) प्रो. बलराम भार्गव ने भी कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि पहले जनसंख्या के एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण करके वायरस (Corona vaccination) की श्रृंखला को तोड़ा जाए। उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य कोरोनावायरस (Coronavirus) की श्रृंखला (chain of viruses) को तोड़ना है। अगर हम थोड़ी आबादी (क्रिटिकल मास) को वैक्सीन (Vaccine) लगाकर कोरोना ट्रांसमिशन (Corona transmission)  रोकने में कामयाब रहे, तो शायद पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की जरूरत न पड़े।"

वैक्सीन के प्रति लोगों में बढ़ रही है आशंकाएं

हालाकि, उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन (Corona vaccine) की प्रभावकारिता एक मुद्दा है, क्योंकि यह कुछ व्यक्तियों पर इसका 60 प्रतिशत प्रभाव हो सकता है जबकि दूसरों में यह 70 प्रतिशत प्रभावकारी भी हो सकती है। हालांकि, भूषण ने कहा कि वैक्सीन (Vaccine) के बारे में लोगों के बीच आशंकाओं को दूर करना केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, "यह राज्यों और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वे लोगों को दुष्प्रचार से बचाव के लिए वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावशीलता के बारे में शिक्षित करें।"

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने यह भी बताया कि सरकार टीका (Coronavirus Vaccination in India in hindi) प्रशासन के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार कर रही है, जो अगले दो सप्ताह के भीतर सामने आ सकता है। भूषण ने कहा, "दिशानिर्देशों में वर्णित मुद्दों में से एक टीका सुरक्षा के पहलू से संबंधित है। हमारा उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि किसी व्यक्ति को और बड़े स्तर पर वैक्सीन लेने का क्या प्रभाव और लाभ होगा।" इस बीच भार्गव ने इस बात पर जोर दिया कि हमें मास्क का उपयोग जारी रखना होगा, क्योंकि यह वायरस की श्रृंखला को तोड़ने (chain of corona viruses) में प्रभावी है।

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