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Corona Kent Variant: ब्रिटेन के केंट स्ट्रेन (Corona Kent Variant) से जुड़ा एक और बयान सामने आया है। ऐसा दावा किया गया है कि मौजूदा समय में जिन कोविड-19 वैक्सीन्स के साथ दुनियाभर में कोरोना वायरस को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं वे वैक्सीन्स केंट वेरिएंट (Vaccines for Corona Kent Variant) के सामने असरदार नहीं हैं। गौरतलब है कि, कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन का पहला मामला ब्रिटेन (Britain Covid-19 Strain से सितंबर 2020 में आया। इसके बाद दिसंबर महीने में जब इस नये स्वरूप के कोरोना वायरस ने लोगों को संकर्मित करना शुरु किया तो ब्रिटेन का प्रशासन और दुनिया के अन्य देशों की सरकारें भी हरकत में आ गयीं। इस नये स्ट्रेन से लोगों की सुरक्षा आवश्यक है क्योंकि, वैज्ञानिकों ने ज्यादा संक्रामक बताया और इसके प्रसार की गति भी तेज़ है।
दरअसल, यूनाइटेड किंगडम जेनेटिक सर्विलांस प्रोग्राम के प्रमुख शेरोन पीकॉक (Sharon Peacock) का कहना है कि, ब्रिटेन में पाया गया कोरोना का केंट वैरिएंट (Corona Kent Variant) पूरे ब्रिटेन को अपनी चपेट में ले चुका है। वहीं, अब इस बात की भी आशंका है कि यह स्ट्रेन पूरी दुनिया में फैलकर लोगों को संक्रमित कर देगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी से अब तक 23 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु (Covid-19 Death) हो चुकी है। वहीं, एक साल से अधिक समय तक लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों के पालन से अर्थव्यवस्थाएं चरमरा गयी हैं। दुनियाभर में लोगों की रोज़ी-रोटी पर प्रभाव पड़ने से कुपोषण, गरीबी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं आ खड़ी हुई हैं। हालांकि, वैक्सीन्स बन जाने के बाद थोड़ी-सी उम्मीद बंधी थी कि जल्द ही ज़िंदगी सामान्य हो सकेगी। लेकिन, कोरोना वायरस के नये म्यूटेंट्स ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। वहीं, अब ये सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या कोरोना वैक्सीन्स लगवाने के बाद नये स्ट्रेन से सुरक्षा मिल सकेगी?
इस विषय पर एक्सपर्ट्स की राय है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन ब्रिटेन के पाए गए यूके वेरिएंट पर तो प्रभावी थी। पर चूंकि, कोरोना वायरस के व्यवहार में लगातार बदलाव हो रहा है तो ऐसे में भविष्य में ये वैक्सीन्स बेअसर हो सकती हैं। यही नहीं एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन (Corona New Strain) को खत्म होने में काफी समय लग सकता है और इसका असर तकरीबन 10 वर्षों तक रहेगा। हालांकि, यह भी कहा गया कि अगर, इस वायरस के व्यवहार में समय के साथ बदलाव आते हैं या अधिक संख्या में लोग इससे, संक्रमित हो जाते हैं तो, उसके बाद इससे डरने की आवश्यकता नहीं होगी।