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New Guideline for States: देश में संभावित कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर लगातार चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। इस बीच बुधवार को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्रमें जिला और अन्य संबंधित स्थानीय अधिकारियों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर स्थिति को नियंत्रित करने और कोविड-19 के उचित प्रबंधन के लिए ज़रूरी उपाय अपनाने के लिए कड़े निर्देश जारी करें। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार देश के हिल स्टेशनों पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है और इस भीड़ को ही कोरोना की तीसरी लहर के बड़े कारक के तौर पर देखा जा रहा है। (New Guideline for States to control crowd)
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के दौरान और हिल स्टेशनों पर कोविड प्रोटोकॉल का बड़े पैमाने पर उल्लंघन होते देखा जा रहा है। ऐसी संभावना है कि यह अगर लोग सरकार द्वारा निर्दिष्ट उचित सुरक्षा उपायों का पालन करने में विफल रहते हैं तो भारत तीसरी लहर की चपेट में जल्द ही आ सकता है। सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एक सलाह या एडवाइजरी जारी करते हुए गृह मंत्रालय (एमएचए) ने स्पष्ट किया कि संबंधित अधिकारियों को कोविड के उचित व्यवहार के सख्त प्रवर्तन में किसी भी ढिलाई के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार बनाया जाना चाहिए।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला द्वारा भेजी गई एडवाइजरी में यह भी सलाह दी गई है कि संबंधित राज्य सरकारों या केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन, जिला अधिकारियों द्वारा इस संबंध में जारी किए गए आदेशों को व्यापक रूप से जनता और क्षेत्र के अधिकारियों को उनके उचित कार्यान्वयन के लिए प्रसारित किया जाना चाहिए।
(आईएएनएस)
बता दें कि आर फैक्टर वह पैमाना है, जिससे यह तय होता है कि एक व्यक्ति कितने और व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। आर फैक्टर-1 होने का मतलब होता है कि संक्रमित शख्स एक व्यक्ति को संक्रमण दे सकता है। वहीं आर अगर एक से कम रहेगा तो यह उसके संक्रमण को तेजी से रोकने में मदद करता है। यह संक्रमण की चेन को तोड़ने का काम करता है। गृह सचिव ने जोर देकर कहा कि परीक्षण को उसी उत्साह के साथ जारी रखने की जरूरत है, क्योंकि वायरस की जांच और मामलों की जल्द पहचान के लिए पर्याप्त परीक्षण अत्यंत आवश्यक है। यह पत्र ऐसे वक्त जारी किया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोविड नियमों के पालन में ढिलाई को लेकर राज्यों को हिदायत दी है।