Sign In
  • हिंदी

हर्बल आई ड्रॉप से ठीक हो सकता है मोतियाबिंद, रिसर्च के बाद एक्सपर्ट का दावा- 'नहीं है कोई साइड इफेक्ट'

हर्बल आई ड्रॉप से ठीक हो सकता है मोतियाबिंद, रिसर्च के बाद एक्सपर्ट का दावा- 'नहीं है कोई साइड इफेक्ट'

हर्बल आई ड्रॉप के प्रभाव देखने के लिए डॉक्टर बासु ने एक स्टडी की जिसमें काफी पॉजिटिव नतीजे देखने को मिले और साइड इफेक्ट्स भी किसी तरह के नहीं दिखे।

Written by Atul Modi |Published : March 26, 2023 8:09 AM IST

23 मार्च को एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई जिसमें हर्बल आई ड्रॉप के महत्त्व पर चर्चा की गई कि कैसे यह ड्रॉप्स आंखों की इतनी सारी समस्याओं को ठीक करने में या इनमें सुधार ला पाने में लाभदायक रही हैं। वहां बासु आई हॉस्पिटल, डॉक्टर महेंद्र सिंह बासु मौजूद थे और साथ में अन्य एक्सपर्ट्स भी वर्चुअल तौर से जुड़े हुए थे जैसे प्रो यामिनी भूषण त्रिपाठी, हेड ऑफ फैकल्टी, फैकल्टी ऑफ आर्युवेद, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी। यह रिसर्च इंटरनेशन जर्नल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस और रिसर्च में भी पब्लिश की गई। डॉक्टर बासु ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह आई ड्रॉप सही में असरदार हैं और उन्होंने मरीजों में पॉजिटिव रिजल्ट भी दिखाए हैं। इन ड्रॉप्स का प्रयोग लाखों भारतीयों द्वारा किया गया है और यह प्रयोग के लिए बाजार में भी उपलब्ध हैं। इसके प्रभावों को देखने के लिए डॉक्टर द्वारा एक स्टडी भी की गई जिसके नतीजे आपसे साझा कर रहे हैं।

उनकी इस स्टडी में 308 कैटरेक्ट के मरीज शामिल किया गए थे। यह स्टडी 2017 से 19 के बीच की गई थी। इस स्टडी के रिजल्ट काफी पॉजिटिव देखने को मिले थे और इसमें UDVA और UNVA में भी काफी सुधार देखने को मिला था।

स्टडी का निष्कर्ष

मरीजों ने हर्बल आई ड्रॉप को 3 महीनों तक प्रयोग किया और इसके बाद उनके विजन में सुधार देखने को मिला। डॉक्टर का कहना है कि मरीजों की पास की और दूर की नजर में काफी सुधार देखने को मिला है। यह सभी मरीज आई ड्रॉप का प्रयोग करने से पहले चश्मों का प्रयोग करते थे लेकिन 3 महीने बाद इन्हें बिना चश्मे के भी दिखने लगा। यह नतीजे दो ग्रुप के लगभग 91 प्रतिशत लोगों में देखने को मिले। तीसरे ग्रुप में लगभग 47 प्रतिशत मरीजों को ग्लूकोमा में सुधार देखने को मिला। चौथे ग्रुप में 61 प्रतिशत मरीजों को कुछ हद तक दुबारा से उनकी आई साइट मिल गई।

Also Read

More News

डॉक्टर बासु का कहना है कि साइड इफेक्ट्स का कोई प्रेशर नहीं

जब आई ड्रॉप के प्रभाव और उसके साइड इफेक्ट्स के बारे में पूछा गया तो डॉक्टर ने कहा कि आई ड्रॉप को क्लिनिकल ट्राइड और टेस्ट किया गया है और इनके किसी तरह को साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। इसलिए मरीजों को भी कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।

डॉक्टर का यह भी कहना है कि इन ड्रॉप्स को बिना डॉक्टर से पूछे भी प्रयोग किया जा सकता है और इससे आप को किसी तरह के साइड इफेक्ट्स नहीं देखने को मिलेंगे इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। डॉक्टर के मुताबिक, इस ड्रॉप को आंखों की कई समस्याओं से जूझ रहे लोग प्रयोग कर सकते हैं जैसे यह कैटरेक्ट, आई ग्लूकोमा, आंखों में खुजली होना, आंखों की एलर्जी होना, ज्यादा मोबाइल या स्क्रीन टाइम के कारण आंख में दर्द होने लगना जैसी स्थितियों में अच्छे रिजल्ट देने में सहायक है। यह रेगुलर आई और कॉम्प्लिकेटेड आई की समस्याओं में प्रयोग की जा सकती है।

Total Wellness is now just a click away.

Follow us on