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बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता बना रहे हैं एक ऐसा 'नेजल स्प्रे' जो 2 दिनों तक कोरोनावायरस को शरीर में जाने से रोकेगा

बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता बना रहे हैं एक ऐसा 'नेजल स्प्रे' जो 2 दिनों तक कोरोनावायरस को शरीर में जाने से रोकेगा
बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता बना रहे हैं एक ऐसा 'नेजल स्प्रे' जो 2 दिनों तक कोरोनावायरस को शरीर में जाने से रोकेगा।

बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एक ऐसे नाक का स्प्रे या नेजल स्प्रे तैयार करने में लगे हुए हैं, जो कोरोनोवायरस संक्रमण को दो दिनों तक ब्लॉक करने की क्षमता रखता है।

Written by Anshumala |Updated : January 25, 2021 4:46 PM IST

Nasal Spray for Covid Prevention in Hindi: बर्मिंघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एक ऐसे नाक का स्प्रे या नेजल स्प्रे (Nasal spray for Coronavirus) तैयार करने में लगे हुए हैं, जो कोरोनोवायरस को दो दिनों तक ब्लॉक कर सकता है। द संडे टेलीग्राफ के अनुसार, इस नेजल स्प्रे का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा रहा है और ब्रिटिश सरकार इसे कुछ ही महीनों में उपलब्ध कराने की कोशिश कर सकती है। इस शोध के मुख्य शोधकर्ता हैं डॉ. रिचर्ड मोक्स। उन्होंने द संडे टेलीग्राफ से कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि ये नेजल स्प्रे कोरोनावायरस को अवरुद्ध करेगा और लोग बहुत जल्द लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के नियमों से मुक्त होंगे। शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी इस नेजल स्प्रे को कोई नाम नहीं दिया गया है। हालांकि, इसके मेडिकल इस्तेमाल के लिए पहले से ही अप्रूवल मिल चुका है। इसका मतलब है कि जब यह नाक में डालने वाला स्प्रे (Nasal Spray) तैयार होकर मार्केट में उपलब्ध होगा, तो किसी अन्य अधिकारियों से इसके इस्तेमाल की अनुमति की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह पूरी तरह से सुरक्षित है।

वायरस को 2 दिनों तक ब्लॉक कर देगा नेजल स्प्रे (Nasal Spray for Covid Prevention)

यह नेजल स्प्रे कुछ ऐसे फॉर्मूलों से तैयार किया जा रहा है, जो कोरोनावायरस को एक कोटिंग में फंसाने में मदद करेगा, इसके बाद वायरस आपके शरीर में अदर नहीं प्रवेश कर पाएगा। मोक्स का कहना है कि यह एक बेहतरीन प्रोडक्ट साबित होगा और इसके लिए हमने कंपनियों से बात की है, ताकि यह हर जगह उपलब्ध हो। कोरोना से संबंधित दवाओं की तुलना में उपयोगकर्ता को यह आसानी से प्राप्त होगा और इसमें मौजूद फॉर्मूला पॉजिटिव असर करेगा। हमारा उद्देश्य है कि इसका असर जल्द से जल्द हो।

नवंबर में भी विकसित किया था नेजल स्प्रे

पिछले साल नवंबर में कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक कोविड-19 नेजल स्प्रे विकसित किया था, जो वायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब तक आम लोगों तक कोरोना वैक्सीन नहीं पहुंचता है, इससे वायरस से संक्रमित होने से बचा जा सकता है। संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने के लिए नाक के जरिए स्प्रे को सांस के जरिए अंदर लिया जा सकता है, इससे काफी हद तक कोरोना से संक्रमित होने से बचा जा सकता है।

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