एक अध्ययन से पता चला है कि प्रदूषित वायु क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) के खतरे को बढ़ा सकता है और यह तब होता है जब किसी व्यक्ति का गुर्दा खराब हो जाए या गुर्दा खून को सही तरीके से शुद्ध करने में सक्षम न हो। इस अध्ययन में भारतीय मूल के एक अध्ययनकर्ता भी शामिल है। अध्यन में बताया गया है कि मधुमेह उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से ग्रसित लोगों में सीकेडी के विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। पीएम2.5 के अलावा प्रदूषित वायु में सीसा पारा और कैडमियम जैसे भारी धातु मौजूद होते हैं। अमेरिका के