शादी को भले ही आप जन्म-जन्म का रिश्ता बताएं पर अब शादी के मामले में युवाओं की सोच बदल गई है, इतनी कि वे इसे प्यार या पवित्रता का कोई रिश्ता मानने की बजाए बोझ मानने लगे हैं, निश्चित ही यह परेशान कर देने वाले हालात हैं। इस सिलसिले में टिंडर और कंसल्टिंग फर्म मोरार एचपीआई ने एक सर्वे कराया जिसके मुताबिक़, 18 से 25 साल की उम्र के सिंगल युवाओं में 86 फीसदी इस बात से सहमत हैं कि अकेले रहना ज्यादा आसान है।
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बदल रहा है लाइफस्टाइल
बिजी लाइफस्टाइल की वजह से अपने लिए ही समय निकाल पाना काफी मुश्किल होता है ऐसे में अगर प्यार का कोई रिश्ता हो तो उसके लिए समय निकाल पाना लगभग नामुमकिन सा हो जाता है। इसके चलते आज के युवा वर्ग की सोच में काफी अंतर आया है। रिश्तों को लेकर आज का युवा वर्ग जो कुछ भी सोचता है उससे न केवल उनके माता-पिता बल्कि समाज की नींद भी फाख्ता हो सकती है। हाल में हुए एक सर्वे के अनुसार, आज के समय में ज़्यादातर युवा बगैर शादी के ही जिंदगी बिताना पसंद करते हैं। इस रिश्ते से उनके विश्वास हट चुका है। हालांकि इसके पीछे महत्वपूर्ण कारण उनकी बदलती प्राथमिकताएं और जीवनशैली है।
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नहीं निकाल पाते समय
इस सिलसिले में टिंडर और कंसल्टिंग फर्म मोरार एचपीआई ने एक सर्वे कराया जिसके मुताबिक़, 18 से 25 साल की उम्र के सिंगल युवाओं में 86 फीसदी इस बात से सहमत हैं कि अकेले रहना ज्यादा आसान है। इससे उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। उनका मानना है कि अगर वो किसी रिश्ते में नहीं हैं तो वो खुद पर ज्यादा अच्छी तरह से फोकस कर सकते हैं जिस वजह से करियर और जॉब के क्षेत्र में उनके पास कई अवसर होते हैं।
सिंगल रहने में है ज्यादा रोमांच
वहीं 90 फीसदी युवा जो किसी के साथ रिश्ते में थे वो हर सप्ताह अपने साथी के साथ 1 या 2 बार डेट पर जाते हैं। सर्वे में शामिल, 77 फीसदी युवाओं ने माना कि जो लोग किसी के साथ रिश्ते में नहीं थे उनकी लाइफ में ज्यादा एडवेंचर और रोमांच है। वो हर रोज नई चीजें कर सकते हैं। युवाओं की चॉइस धीरे-धीरे उनकी पसंद बनती जा रही है।
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