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देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में तेजी आ रही है। देश के कई ऐसे राज्य हैं जहां कोरोना केसेज बढ़ते जा रहे हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने एक ऐसी रिपोर्ट शेयर की है जिसे पढ़कर हर कोई चौंक रहा है। दरअसल भारत में 7 राज्य ऐसे हैं जहां देशभर के कुछ कोरोना की संख्या के 89.5% मामले हैं। इन राज्यों में पंजाब, महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात शामिल हैं। हालांकि महराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा मामले हैं जबकि तमिलनाडु और गुजरात में अपेक्षाकृत कम हैं। ऐसे में एक्सपर्ट दावा कर रहे हैं कि यदि स्थिति को जल्द कंट्रोल नहीं किया गया तो महामारी फिर से आ सकती है।
फरवरी महीने की शुरुआत से ही कोरोना मामलों में कमी देखी जा रही थी। लेकिन धीरे धीरे कोरोना फिर तूल पकड़ रहा है। कुछ राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना के मामले सामान्य हैं जबकि पंजाब, महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात में दैनिक नए मामलों की संख्या में वृद्धि हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा कि देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,51,708 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16,738 नए मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 8,807 मामले सामने आए हैं। इसके बाद केरल में 4,106 मामले और पंजाब ने 558 नए मामले दर्ज हुए हैं।
इन 7 राज्यों में कोरोना के बढ़ते खतरे को कंट्रोल करने के लिए केंद्र ने बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर में उच्च स्तर की मल्टी-डिसीप्लीनरी टीम बना दी हैं। ये टीम राज्य में महामारी पर काबू पाने के लिए सख्ती बरतेगी और इसे कम करने के उपाय करेगी। यह तीन सदस्यीय टीमों को नेतृत्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे। ये टीमें राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे और कोविड -19 मामलों की संख्या में हाल ही में हुई वृद्धि के कारणों का पता लगाएंगे। साथ ही वे कोविड-19 संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए भी काम करेंगे। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि इन राज्यों में रेड जोन वाले एरिया में लॉकडाउन भी लग सकता है। हालांकि अभी तक ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है।