Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
Stress in Lockdown : पूरी दुनिया आज नोवेल कोरोनवायरस (novel coronavirus) के बढ़ते प्रकोप से परेशान, चिंतित और मानसिक रूप से डरा हुआ है। कोविड-19 के कारण ( COVID-19 pandemic) भारत में हुए लॉकडाउन के दौरान योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। खासकर, योग उन्हें जरूर करना चाहिए, जिन्हें मानसिक समस्या जैसे तनाव (stress), डिप्रेशन, एंग्जाइटी की समस्या है। दैनिक योग आपके मस्तिष्क को तनाव से निपटने (Yoga to reduce stress) में सक्षम बनाने में मदद कर सकता है, साथ ही यह प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) में भी सुधार कर सकता है। योग (Yoga to handle mental health in lockdown) आपके संपूर्ण स्वास्थ्य (overall health) को बढ़ावा देता है। हम आपको दो योगासन बता रहे हैं, जो तनाव को दूर करने के साथ ही इम्यूनिटी को भी मजबूत (yoga to boost immune system) करने में मदद करते हैं।
Ways to Boost Immunity : क्या है इम्यूनिटी सिस्टम और रोगों से बचने के लिए कैसे बनाएं इसे मजबूत
कई अध्ययनों से पता चला है कि योग, मेडिटेशन आदि तनाव और चिंता, निम्न रक्तचाप और हृदय गति को कम करने में मदद कर सकते हैं। तनाव में कमी एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ी हुई है। आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हम आपको यहां दो योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो आपको कोरोनोवायरस महामारी (coronavirus pandemic) के बीच घर में सुकून और स्वस्थ रूप से रहने में मदद कर सकते हैं।
सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। घुटनों और एड़ियों को मिलाएं तथा पैरों को तना हुआ रखें। अब सांस भरते हुए हाथों को कंधों की सीध में लाएं और हथेलियों को सीने के बगल में इस प्रकार रखें कि कोहनियां ऊपर की ओर उठी हुई हों। सांस भरना जारी रखते हुए ही ठुड्डी सहित नाभिप्रदेश से ऊपर के हिस्से को ऊपर उठाएं। इस स्थिति में धीमी, लम्बी, गहरी सांस लेते हुए 20 से 30 सेकेंड तक बने रहें। यह अवस्था सूर्य नमस्कार के सातवें पोश्चर जैसी होगी। पुनः पहले गहरी सांस भरें और फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं। सांस छोड़ते हुए ही सिर को जमीन से स्पर्श कराते हुए शिथिल होने दें। हथेलियों को सिर के ऊपर रखें तथा पैरों को फैलाकर शरीर को शिथिल होने दें।
यह आसन सिर से लेकर पैर की उंगलियों तक, पूरे शरीर को स्वास्थ्य और सौंदर्य प्रदान करता है। तनाव, पीठ दर्द और सांसनली संबंधी रोगों में भी उपयोगी है भुजंगासन। मलेरिया के रोगी को सिर में दर्द होता है, तो यह आसन एक दर्दनिवारक की तरह काम करता है। शरीर का ताप नियंत्रित होता है। पेट के भीतरी अंगों पर उचित दबाव पड़ता है, जिससे किडनी और लीवर स्वस्थ रहते हैं और पेट की चर्बी कम होती है। खासकर तोंद को कम करने में यह अत्यन्त लाभकारी है।
सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। हाथ पीछे करते हुए पैरों को पकड़ें। सांस भरते हुए सीने और पैरों को ऊपर उठाएं। इससे धनुषाकार के पोज में आप आते हैं। जितना हो सके अपनी एड़ियों को खींचने की कोशिश करें। सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं और फिर कुछ पल रुकने के बाद प्रक्रिया को दुहराएं।
इसके नियमित अभ्यास से मन और मस्तिष्क की एकाग्रता बढ़ती है। तनाव कम होता है। पेट की चर्बी कम होने लगती है। रीढ़ की हड्डी लचीली और मजबूत बनती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद है। महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है।
Stress in Covid-19 : कोरोनावायरस दे रहा है आपको तनाव, डिप्रेशन, तो फॉलो करें एक्सपर्ट की राय