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नसों में होने वाला दर्द कई प्रकार से लोगों को परेशान कर सकता है और इस दौरान उन्हें उन्हें अलग-अलग तरह की परेशानियां महसूस हो सकती हैं। कुछ लोगों को आधी रात के वक्त नसों में तेज दर्द (nerve pain) का अनुभव होता है। नसों में दर्द होने पर आपको कुछ लक्षण जैसे चुभन, झनझनाहट महसूस हो सकती है। इसके अलावा उन्हें पूरे दिन जलन भी महसूस हो सकती है। अगर नसों में होने वाला दर्द (nerve pain) बहुत तेज होता है तो उसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज किया जाए तो इसे कंट्रोल करना बहुत आसान होता है। आइए जानते हैं क्यों होता है नसों में दर्द और इसके कारण।
दर्द को हमेशा से एक चेतावनी भरा संकेत माना जाता है। जब आपका हाथ गैस के बहुत करीब जाता है, तो आपकी तंत्रिका मस्तिष्क को दर्द भरा संकेत भेजती हैं और आप खुद को जलने से पहले ही वापस खींच लेते हैं। लेकिन अगर आपकी नसें कमजोर हैं या फिर उन्हें किसी प्रकार की कोई क्षति पहुंची है तो यह प्रणाली अपना काम नहीं कर रही होती है। क्षतिग्रस्त नसें (nerve pain) गलत संकेत भेज सकती हैं और आप वास्तविक दर्द महसूस करते हैं, अक्सर बिना किसी कारण के। क्षतिग्रस्त नसों के परिणामस्वरूप आपको चोट लगने पर दर्द महसूस भी नहीं होता है।
कुछ अध्ययनों से इस बात का पता चला है कि शरीर के कुछ निश्चित स्थान या गतिविधियां जैसे लाइन में खड़े रहना या फिर चलना भी आपको दर्द दे सकता है। नसों को होने वाले नुकसान (nerve pain) से भी आपका शरीर अत्यधिक संवेदनशील बन सकता है। कुछ लोगों को तो शरीर पर हल्की से लिपटी हुई चादर से भी दर्द महसूस हो सकता है।
नसों को होने वाली क्षति या दर्द (nerve pain) से उंगलियों में सनसनाहट का अहसास खत्म हो जाना या फिर उंगलियों में सुन्नपन पैदा हो सकता है, जिसके कारण आपको अपने हाथों से चीजें करना मुश्किल हो जाता है। आपके लिए बुनाई करना, टाइपिंग करना और अपने जूते के फीते बांधना तक मुश्किल हो सकता है। नसें कमजोर होने की समस्या से परेशान लोगों का दावा है कि उनके स्पर्श की भावना बहुत मंद हो जाती है और उन्हें ऐसा लगता है कि वे हमेशा दस्ताने पहने रहते हैं।
नसों में दर्द अक्सर रात को बहुत तेज होता है। चादर का स्पर्श भी आपको बहुत ज्यादा परेशान और असहज महसूस करा सकता है। अगर आप नसों में दर्द (nerve pain) के कारण रात को नहीं सो पा रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है। इसके अलावा आपको अपनी जीवनशैली की आदतों में बदलाव करना होगा और कुछ दवाईयां इसमें आपकी मदद कर सकती हैं।